स्टेट डेस्क, नीतीश कुमार।
पटना: पटना में बैंक कर्मचारी से रंगदारी मांगने वाले अपराधी का एनकाउंटर कर दिया गया है। केनरा बैंक के कर्मचारी को फोन पर धमकी देने वाले आरोपी ने कहा था- "10 लाख दो वरना ठोक दूंगा… पैसे रेडी हुए या नहीं। मेरे पास टाइम नहीं है। 10 दिन का टाइम नहीं दे पाऊंगा। 10 दिन बहुत हो जाएगा। नहीं कर पाएंगे तो आप सोचिएगा। पैसे रेडी मिलने चाहिए। उसके बाद बताता हूं कहां देना है किसे देना है। थोड़ी सी भी गलती की तो अंजाम बुरा होगा। मैं जो कहता हूं वो कर के दिखाता हूं। पैसे का जुगाड़ कीजिए नहीं तो ठोक देंगे।"
30 नवंबर 2025 को बैंक कर्मचारी को यह धमकी देने वाले अपराधी को पटना पुलिस ने को मुठभेड़ में गोली मारी है। बिहार में 34 दिनों में यह चौथा एनकाउंटर है।
रंगदारी की मांग करने वाले आरोपी राकेश कुमार को पुलिस ने पीछा कर गोली मारी, जो उसके पैर में लगी। उसका एक साथी मौके से भाग निकला। घायल अपराधी ने केनरा बैंक में कार्यरत अनिरुद्ध कुमार सिंह से 10 लाख रुपये की मांग कॉल पर की थी। 11 दिसंबर, गुरुवार तड़के जानीपुर थाना क्षेत्र में पुलिस और अपराधियों के बीच मुठभेड़ हुई। SSP कार्तिकेय शर्मा के अनुसार, अपराधी बैंक कर्मचारी को डराने के इरादे से फायरिंग करने आया था। पुलिस द्वारा रुकने का संकेत देने पर दोनों युवकों ने पुलिस टीम पर गोलीबारी कर दी। जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की, जिसमें राकेश घायल हो गया।
इससे पहले 2 दिसंबर को छपरा में शराब माफिया, 21 नवंबर को बेगूसराय में कुख्यात शिवदत्त राय और 7 नवंबर को छपरा में कुख्यात शिकारी राय का हाफ एनकाउंटर किया गया था।
मौके से देसी कट्टा, कारतूस और बाइक बरामद
घायल आरोपी की पहचान पिपरा निवासी राकेश कुमार (36) के रूप में हुई। गोली लगने के बाद वह गिर पड़ा। पुलिस ने उसे पकड़कर अस्पताल भेजा, जहां उसकी स्थिति स्थिर बताई जाती है। जानकारी के अनुसार, उसने बैंककर्मी से रंगदारी मांगी थी।
फुलवारी शरीफ के SDPO दीपक कुमार ने बताया कि घटनास्थल से देसी कट्टा, कारतूस और बाइक बरामद की गई है। शुरुआती पूछताछ में पता चला कि राकेश कई मामलों में वांछित था और पुलिस काफी समय से उसकी तलाश कर रही थी।







