
स्पोर्ट्स डेस्क, श्रेयांश पराशर l
खेल की दुनिया में महिलाएं लगातार बाधाएं तोड़ रही हैं और अब श्रीनगर की 10 वर्षीय अतीका मीर ने यह साबित कर दिया है कि उम्र और जेंडर सपनों की उड़ान को रोक नहीं सकते। अतीका मीर दुनिया की उन सिर्फ तीन लड़कियों में शामिल हैं जिन्हें F1 अकादमी के Discover Your Drive प्रोग्राम के लिए चुना गया है। खास बात यह है कि उनमें वह सबसे कम उम्र की प्रतिभागी हैं।
कार्टिंग एक मिश्रित-लिंग खेल है जहां लड़कों और लड़कियों के बीच कोई भेदभाव नहीं किया जाता। लेकिन अतीका की गति और कौशल ने प्रतिस्पर्धा को इतना कठिन बना दिया है कि अक्सर लड़के ट्रैक पर उन्हें पीछे धकेलने की कोशिश करते हैं। कोच जूलिया लाइराकिस का कहना है कि टीनएज लड़कों से भरे इस खेल में अतीका जैसी तेज़ और आत्मविश्वासी लड़की को हराना उनके लिए चुनौती बन गया है।
अतीका का चयन न केवल उनके व्यक्तिगत प्रयासों की जीत है, बल्कि यह उन स्टीरियोटाइप्स के खिलाफ भी एक जवाब है, जिनमें अक्सर मोटरस्पोर्ट्स को लड़कों का खेल माना जाता है। खुद अतीका पूछती हैं, “स्टीरियोटाइप का मतलब क्या है?”—जो दर्शाता है कि वह पहले से ही समझ चुकी हैं कि उनकी असली रेस ट्रैक से बाहर है, जहां उन्हें समाज की बनाई दीवारों को तोड़ना है।
अतीका की यह उपलब्धि कश्मीर और पूरे भारत के लिए गर्व का क्षण है। कम उम्र में ही उन्होंने यह दिखा दिया है कि अगर जज़्बा हो तो दुनिया की कोई रेस बहुत बड़ी नहीं। आने वाले समय में अतीका मीर न केवल भारत का प्रतिनिधित्व कर सकती हैं, बल्कि महिलाओं के लिए मोटरस्पोर्ट्स की दुनिया में नई राह भी बना सकती हैं।