Ad Image
Ad Image
दिल्ली पुलिस ने साइबर अपराधियों के लिए चलाया साईं हॉक अभियान, 48 घंटे में 800 गिरफ्तार || झारखंड की मंत्री दीपिका पाण्डेय का EC पर हमला, SIR के कारण हारा महागठबंधन || पूर्वी चंपारण के रक्सौल में VIP पार्टी के अनुमंडल प्रमुख की गोली मार हत्या || राष्ट्रपति ट्रंप ने यूक्रेन से शांति समझौते के प्रस्ताव को जल्दी स्वीकार करने का आग्रह किया || ईरान पर अमेरिका की सख्ती, आज नए प्रतिबंधों का किया ऐलान || BJP को 90 पर लीड, JDU को 80 पर लीड, महागठबंधन फेल || नीतीश कुमार CM हैं और आगे भी रहेंगे: जेडीयू की प्रतिक्रिया || NDA को शानदार बढ़त, 198 पर लीड जबकि महागठबंधन को 45 पर लीड || तुर्की : सैन्य विमान दुर्घटना में मृत सभी 20 सैनिकों के शव बरामद || RJD के एम एल सी सुनील सिंह का भड़काऊ बयान, DGP के आदेश पर FIR

The argument in favor of using filler text goes something like this: If you use any real content in the Consulting Process anytime you reach.

  • img
  • img
  • img
  • img
  • img
  • img

Get In Touch

48 घंटे में 700+ साइबर अपराधी गिरफ्तार, दिल्ली पुलिस ने किया देशव्यापी ऑपरेशन

क्राइम डेस्क - प्रीति पायल 
 

दिल्ली पुलिस ने साइबर अपराधियों के खिलाफ एक ऐतिहासिक कार्रवाई को अंजाम दिया है। 'साइबर हॉक' या 'CYHAWK' नाम से चलाए गए इस ऑपरेशन में महज 48 घंटों के भीतर 700 से अधिक संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया। विभिन्न सूत्रों के अनुसार, यह संख्या 877 तक पहुंच गई है।

यह विशेष अभियान 19-20 नवंबर से शुरू होकर 21 नवंबर 2025 तक चला। इसका मुख्य लक्ष्य फर्जी कॉल सेंटर संचालकों, निवेश धोखाधड़ी करने वाले गिरोहों, फिशिंग स्कैम, KYC फ्रॉड और डिजिटल अरेस्ट (पीड़ितों को गिरफ्तारी का भय दिखाकर पैसे लूटना) जैसे अपराधों पर शिकंजा कसना था। यह अभियान अभी भी जारी है और आगे भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं।

गिरफ्तार किए गए अपराधी सिर्फ दिल्ली-एनसीआर तक सीमित नहीं थे, बल्कि पूरे देश में फैले इस साइबर क्राइम नेटवर्क का हिस्सा थे। यह सफलता जिला पुलिस टीमों, क्राइम ब्रांच, स्पेशल सेल की IFSO (इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस) यूनिट और साइबर सेल की सामूहिक मेहनत का नतीजा है।

प्रारंभिक जांच में 1000 करोड़ रुपये से अधिक के संदिग्ध लेन-देन का पता चला है। अपराधियों ने फर्जी कॉल सेंटर चलाए, निवेश योजनाओं में फंसाया, फिशिंग और KYC के नाम पर ठगी की, और खुद को पुलिस या TRAI अधिकारी बताकर लोगों को ब्लैकमेल किया। जब्त किए गए डिवाइसों की फॉरेंसिक जांच के बाद यह राशि और बढ़ सकती है।

छापेमारी में सैकड़ों हाई-टेक लैपटॉप, हजारों स्मार्टफोन, हजारों फर्जी सिम कार्ड, चेकबुक और बैंक खाते की जानकारी बरामद की गई। ये सबूत दिल्ली के काकरोला, उत्तम नगर जैसे इलाकों के गुप्त ठिकानों से मिले, जहां करोड़ों के लेन-देन के डिजिटल रिकॉर्ड मिले हैं।

दिल्ली पुलिस के जॉइंट कमिश्नर (IFSO) रजनीश गुप्ता ने बताया कि साइबर क्राइम की शिकायतों के आधार पर यह ऑपरेशन शुरू किया गया था। शुक्रवार सुबह 9 बजे तक 877 गिरफ्तारियां दर्ज की गई थीं। वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि यह देशव्यापी नेटवर्क था और इसे पूरी तरह खत्म किया जाएगा।

यह कार्रवाई साइबर अपराधियों के हौसले पस्त करेगी और पीड़ितों को न्याय दिलाने में मदद करेगी। पुलिस ने पीड़ितों से साइबर सेल से संपर्क करने की अपील की है। पूछताछ अभी जारी है और नए गिरोहों का पता लगने पर और छापेमारी की जा सकती है। सोशल मीडिया पर भी इस कार्रवाई की सराहना हो रही है।