
नेशनल डेस्क, श्रेयांश पराशर |
भारत और इंग्लैंड के बीच खेली जा रही 5 मैचों की टेस्ट सीरीज़ का आखिरी मुकाबला बेहद रोमांचक रहा। लंदन के ओवल मैदान पर खेले गए पांचवें टेस्ट मैच में भारत ने इंग्लैंड को 6 रनों से हरा दिया। इस जीत के साथ भारत ने न केवल एक शानदार मुकाबला अपने नाम किया, बल्कि पूरी टेस्ट सीरीज़ को 2-2 से ड्रॉ करने में भी सफलता पाई।
मैच का अंतिम दिन पूरी तरह भारतीय गेंदबाज़ों के नाम रहा, जिसमें तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद सिराज ने अपनी रफ्तार और सटीकता से विपक्षी बल्लेबाज़ों को परेशान किया। सिराज ने दूसरी पारी में पांच विकेट लेकर इंग्लैंड की बल्लेबाज़ी की कमर तोड़ दी और भारत को वापसी का मौका दिया। उनके इस प्रदर्शन को मैच का टर्निंग पॉइंट माना जा रहा है।
भारत की दूसरी पारी में दिए गए छोटे से लक्ष्य को इंग्लैंड हासिल नहीं कर पाया। यह जीत भारत के लिए ऐतिहासिक रही क्योंकि विदेश की पिचों पर इस तरह के नतीजे टीम की मानसिक और तकनीकी मजबूती को दर्शाते हैं। कप्तान और कोच की रणनीति, गेंदबाज़ों का अनुशासन और फील्डर्स का समर्पण इस जीत की नींव बने।
यह मुकाबला न केवल खिलाड़ियों के लिए आत्मविश्वास बढ़ाने वाला रहा, बल्कि दर्शकों के लिए भी एक यादगार टेस्ट मैच बन गया। टेस्ट क्रिकेट के रोमांच और अनिश्चितता को इस मैच ने फिर से जीवंत कर दिया। भारत की इस जीत ने सीरीज़ को संतुलित कर दिया और यह दिखा दिया कि टीम इंडिया अब विदेशी धरती पर भी मजबूती से मुकाबला करने में सक्षम है।