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Ali Express पर भगवान जगन्नाथ की छवि के डोरमैट को लेकर विवाद, हिंदू समुदाय में गुस्सा

विदेश डेस्क, ऋषि राज |

ई-कॉमर्स कंपनी अलीएक्सप्रेस पर भगवान जगन्नाथ की छवि का डोरमैट बेचने को लेकर विवाद, हिंदू समुदाय में गुस्सा

चीन की मशहूर ई-कॉमर्स कंपनी अलीएक्सप्रेस एक बार फिर विवादों में घिर गई है। इस बार कंपनी ने भगवान जगन्नाथ की तस्वीर वाले डोरमैट की बिक्री शुरू कर हिंदू समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। सोशल मीडिया पर यह मुद्दा आग की तरह फैल गया है और लोगों ने कंपनी के खिलाफ कड़ी आपत्ति जताई है।
डोरमैट पर भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा की छवियों को छापना लोगों को बेहद आपत्तिजनक लगा है। भारत और विश्वभर में फैले हिंदू समुदाय के लोगों ने इसे धार्मिक असम्मान करार दिया है और कंपनी से इस प्रोडक्ट को तुरंत हटाने की मांग की है। ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म पर #BoycottAliExpress और #RespectJagannath जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं।

धार्मिक नेताओं और संगठनों ने जताई नाराज़गी

पुरी के श्रीमंदिर से जुड़े कई पुजारियों और धार्मिक संगठनों ने इस घटना की निंदा की है। उन्होंने इसे हिंदू धर्म पर सीधा हमला बताया और सरकार से अलीएक्सप्रेस पर बैन लगाने की मांग की। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने भी इसे लेकर विरोध दर्ज कराया और कहा कि यह जानबूझकर धार्मिक भावनाएं भड़काने की कोशिश है।

सरकार से कार्रवाई की मांग

हिंदू संगठनों ने भारत सरकार से इस मामले में कड़ी कार्रवाई करने की अपील की है। वे चाहते हैं कि केंद्र सरकार अलीएक्सप्रेस के खिलाफ आइटी अधिनियम और धार्मिक भावनाओं के अपमान से संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज करे और इस प्लेटफॉर्म को भारत में बैन करे।
कई ट्विटर यूज़र्स ने इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय और विदेश मंत्रालय को टैग करते हुए तत्काल कार्रवाई की मांग की है।

कंपनी की प्रतिक्रिया का इंतजार

अभी तक अलीएक्सप्रेस की ओर से इस विवाद पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। लेकिन लोगों का गुस्सा देखते हुए उम्मीद की जा रही है कि कंपनी जल्द ही उत्पाद को अपने प्लेटफॉर्म से हटाएगी और माफी मांगेगी।

पहले भी हुए हैं ऐसे मामले

यह पहली बार नहीं है जब किसी विदेशी ब्रांड ने हिंदू प्रतीकों का अपमान किया हो। इससे पहले कई अंतरराष्ट्रीय ब्रांडों द्वारा देवी-देवताओं की छवियों को जूतों, अंडरगारमेंट्स या अन्य अनुचित उत्पादों पर छापने की घटनाएं हो चुकी हैं, जिनका विरोध हुआ और कंपनियों को माफी मांगनी पड़ी।

भारत एक धार्मिक और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध देश है जहां भगवान जगन्नाथ को विशेष मान्यता प्राप्त है, विशेष रूप से ओडिशा, बंगाल और झारखंड जैसे क्षेत्रों में। इस प्रकार की घटनाएं सिर्फ एक धर्म के लोगों को नहीं बल्कि देश की सांस्कृतिक भावनाओं को भी ठेस पहुंचाती हैं।