Ad Image
Ad Image
केन्द्रीय मंत्री पंकज चौधरी होंगे उत्तर प्रदेश भाजपा के नए अध्यक्ष || इंडिगो क्राइसिस में चार अधिकारियों पर गिरी गाज, DGCA ने लिया एक्शन || लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष शिवराज पाटिल का निधन, LS 12 बजे तक स्थगित || UP समेत 6 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में SIR की तिथियां फिर से बढ़ी || पाक खुफिया एजेंसी ISI के पूर्व चीफ फैज हमीद को 14 साल कैद की सजा || यूक्रेन में लक्ष्य प्राप्ति तक सैन्य अभियान जारी रहेगा: राष्ट्रपति पुतिन || दीपावली पर्व को यूनेस्को ने अपनी विरासत सूची में किया शामिल || EC पर आरोप लगा लोकतंत्र को धूमिल कर रहा विपक्ष: अमित शाह || गोवा नाइटक्लब अग्निकांड: सुरक्षा नियमों के अनदेखी कारण, बोले CM || गोवा नाइटक्लब अग्निकांड: 25 मौत और 7 से ज्यादा घायल, अनुग्रह राशि का ऐलान

The argument in favor of using filler text goes something like this: If you use any real content in the Consulting Process anytime you reach.

  • img
  • img
  • img
  • img
  • img
  • img

Get In Touch

BJP नेता डॉ. प्रेम कुमार होंगे बिहार विधानसभा के नए अध्यक्ष, निर्विरोध चयन तय

स्टेट डेस्क, आर्या कुमारी ।

पटना: बिहार की राजनीति में आज एक बड़ा घटनाक्रम सामने आया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और राज्य के पूर्व मंत्री डॉ. प्रेम कुमार का बिहार विधानसभा के अध्यक्ष पद पर चयन लगभग तय माना जा रहा है।

राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की ओर से भाजपा, जनता दल यूनाइटेड (जदयू), लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) और राष्ट्रीय लोक जनशक्ति मोर्चा (रालोम) ने संयुक्त रूप से डॉ. कुमार को अध्यक्ष पद का अपना सर्वसम्मत उम्मीदवार बनाया है।

डॉ. प्रेम कुमार ने आज विधानसभा सचिव के समक्ष अध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन दाखिल कर दिया। दूसरी ओर विपक्षी महागठबंधन ने भी अध्यक्ष पद के लिए कोई उम्मीदवार नहीं उतारने का निर्णय लिया है। इस स्थिति में डॉ. प्रेम कुमार का विधानसभा अध्यक्ष बनना तय है और उन्हें निर्विरोध चुना जाएगा। अध्यक्ष पद के लिए औपचारिक घोषणा 02 दिसंबर को सदन में की जाएगी।

कौन हैं डॉ. प्रेम कुमार?
    •    लंबे समय से विधायक
    •    मंत्रिपरिषद में कई महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी
    •    संगठन में प्रभावी और अनुभवी चेहरा

राजनीतिक गलियारों में माना जा रहा है कि डॉ. प्रेम कुमार का अध्यक्ष चुना जाना भाजपा की रणनीति का अहम हिस्सा है, जो आने वाले सदन के कामकाज और निर्णयों को प्रभावित कर सकता है।