
विदेश डेस्क, श्रेया पांडेय |
चीन ने भारत को रेयर अर्थ मैग्नेट्स की आपूर्ति रोकी, मोबाइल और EV उद्योग में संकट गहराया
भारत को चीन से आने वाले रेयर अर्थ मैग्नेट्स (Rare Earth Magnets) की आपूर्ति अचानक रुक गई है। ये मैग्नेट्स स्मार्टफोन, इलेक्ट्रिक वाहनों (EV), पवन टरबाइनों और रक्षा उपकरणों जैसे कई अहम तकनीकी उत्पादों में इस्तेमाल होते हैं। चीन का यह कदम भारतीय उद्योगों को गहरी परेशानी में डाल सकता है।
सरकारी सूत्रों के अनुसार, चीन ने 11 भारतीय कंपनियों को मैग्नेट्स निर्यात की अनुमति नहीं दी है, जबकि पहले ऐसी आपूर्ति में कोई बाधा नहीं थी। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर जुलाई तक कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं हुई, तो भारत में कई मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स को उत्पादन रोकना पड़ सकता है।
रेयर अर्थ मैग्नेट्स दुर्लभ धातुओं से बनते हैं और इनकी प्रोसेसिंग अत्यंत जटिल है। चीन दुनिया का सबसे बड़ा उत्पादक और निर्यातक है। भारत इनका आयात मुख्य रूप से चीन से ही करता रहा है। इस समय भारत के पास सिर्फ एक से डेढ़ महीने का स्टॉक बचा है।
मोबाइल कंपनियों जैसे कि Xiaomi, Samsung और EV कंपनियों जैसे Tata Motors और Ola Electric ने सरकार से इस आपूर्ति संकट पर तत्काल समाधान की मांग की है। वहीं, सरकार ने वैकल्पिक स्रोतों जैसे जापान, वियतनाम और ऑस्ट्रेलिया से बातचीत शुरू कर दी है। साथ ही, भारत में ही प्रोसेसिंग यूनिट्स को विकसित करने की योजनाएं तेज़ कर दी गई हैं।
हालांकि, यह प्रक्रिया समय लेने वाली है और निकट भविष्य में इसका कोई त्वरित समाधान संभव नहीं दिख रहा। इससे न केवल प्रोडक्शन बाधित होगा, बल्कि उपभोक्ताओं को भी कीमतों में बढ़ोतरी का सामना करना पड़ सकता है।
विश्लेषकों का कहना है कि यह संकट भारत के लिए एक चेतावनी है कि रणनीतिक तकनीकी क्षेत्रों में आत्मनिर्भरता बेहद ज़रूरी है। सरकार ने पिछले कुछ वर्षों में ‘Make in India’ के तहत घरेलू उत्पादन बढ़ाने की दिशा में कदम उठाए हैं, लेकिन इस आपात स्थिति ने उस प्रक्रिया को और भी जरूरी बना दिया है।