
लोकल डेस्क, एन. के. सिंह।
66 परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन। जिले में तीन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, 21 पंचायत सरकार भवन और 246 खेल मैदानों का शुभारंभ हुआ।
पूर्वी चंपारण: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को सेमरा उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्रांगण में लाभुक संवाद कार्यक्रम के दौरान जिले के दर्जनों योजनाओं का शिलान्यास तथा उद्घाटन किया। इस क्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, मंत्री विजय चौधरी, प्रभारी मंत्री सुनील कुमार, के साथ जीविका दीदियों एवं स्वयं सहायता समूह, से बात की, इसके अलावा सामाजिक सुरक्षा, ऊर्जा विभाग, जन वितरण प्रणाली, कृषि, पंचायती राज, ग्रामीण विकास विभाग, शिक्षा, स्वास्थ्य, उद्योग, आईसीडीएस गृह, रक्षा वाहिनी के स्टॉल पर भी जाकर उनसे संवाद किया। वहां स्टॉल पर सभी लाभुकों ने मुख्यमंत्री के द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना करते हुए आभार व्यक्त किया। इसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पत्रकारों को भी नमन किया।
स्वास्थ्य क्षेत्र में नई सुविधाओं का विस्तार
मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग के तहत कुल 12 परियोजनाओं का उद्घाटन किया, जिनकी कुल लागत 3000 लाख से अधिक है। इनमें कोटवा, फेनहारा और तेतरिया प्रखंडों में 769 लाख की लागत से बने तीन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, केसरिया प्रखंड में 130 लाख की लागत से एक अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और आदापुर, तुरकौलिया, पहाड़पुर, केसरिया व हरसिद्धि जैसे विभिन्न प्रखंडों में ₹75 लाख की लागत से निर्मित 7 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का भी उद्घाटन किया गया। छौड़ादानों प्रखंड में 127 लाख की लागत से एक और अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का भी उद्घाटन किया गया।
पुल और सड़क निर्माण से कनेक्टिविटी में सुधार
बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड के तहत 5 महत्वपूर्ण पुलों और एक रेलवे ओवरब्रिज का शिलान्यास किया गया, जिनकी कुल लागत 27,260.18 लाख से अधिक है। इसमें नेहसी और ढाका प्रखंडों में बूढ़ी गंडक और लालबकेया नदियों पर दो बड़े पुलों का निर्माण शामिल है, जिनकी लागत क्रमशः 7050.92 लाख और 7234.00 लाख है। इसके अतिरिक्त, मोतिहारी प्रखंड में धनौती नदी पर ₹1371.72 लाख की लागत से एक पुल, अरेराज में सोमेश्वर नाथ मंदिर को जोड़ने के लिए 1579.58 लाख का एक पुल, और मेहसी एवं चकिया के बीच ₹10615.96 लाख की लागत से एक ROB का शिलान्यास किया गया। पथ निर्माण विभाग के अंतर्गत, अरेराज-शिवमंदिर से फतआ पथ के चौड़ीकरण और मजबूतीकरण कार्य का भी शिलान्यास हुआ, जिसकी लागत 3768.63 लाख है।
ऊर्जा और ग्रामीण विकास की पहल
ऊर्जा विभाग के तहत कुल 5 परियोजनाएं शुरू की गईं, जिनमें से दो का उद्घाटन और तीन का शिलान्यास हुआ। इन परियोजनाओं की कुल लागत 8059 लाख से अधिक है। इनमें ढाका और चकिया-मोतिहारी में ट्रांसमिशन लाइनों का निर्माण और अपग्रेडेशन शामिल है। ग्रामीण विकास विभाग के तहत, लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के अंतर्गत 7.50 लाख की लागत से बनी 7 अपशिष्ट प्रसंस्करण इकाईयों का उद्घाटन किया गया, जो बजरिया, रामगढ़वा, घोड़ासहन, अरेराज, मधुबन, कल्याणपुर और ढाका प्रखंडों में स्थित हैं। इसके अलावा, मनरेगा योजना के तहत 2360.06 लाख की लागत से 246 खेल मैदानों का भी उद्घाटन किया गया।
पंचायत सरकार भवन और शिक्षा सुविधाओं का विस्तार
पंचायती राज विभाग और स्थानीय क्षेत्र अभियंत्रण संगठन के तहत कुल 21 पंचायत सरकार भवनों का उद्घाटन किया गया, जिनकी कुल लागत 3362.47 लाख से अधिक है। ये भवन सुगौली, बंजरिया, बनकटवा, घोड़ासहन, ढाका, पहाड़पुर, अरेराज, चकिया, मधुबन, मोतिहारी, कोटवा, रक्सौल, चिरैया और सुगौली जैसे विभिन्न प्रखंडों में स्थित हैं। शिक्षा के क्षेत्र में, 29.59 लाख की लागत से बने तीन नए प्राथमिक विद्यालयों और 41.59 लाख से लेकर 197.60 लाख तक की लागत से 7 अतिरिक्त वर्ग कक्षों का उद्घाटन किया गया।
पशुपालन और पर्यटन को बढ़ावा
पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के तहत बजरिया प्रखंड के सेमरा और जटवा में 249.34 लाख की लागत से बनने वाले दो प्रथम वर्गीय पशु चिकित्सालय भवन का शिलान्यास किया गया। पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से, 4 महत्वपूर्ण परियोजनाओं का शिलान्यास हुआ, जिनकी कुल लागत 9730.29 लाख से अधिक है। इसमें पिपराकोठी झील, मोतिझील, अरेराज स्थित सोमेश्वरनाथ मंदिर और चकिया प्रखंड के सीताकुण्ड का पर्यटन स्थल के रूप में विकास शामिल है।
मौके पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर डीआईजी हरकिशोर राय, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, पथ निर्माण विभाग के सचिव कपिल अशोक, जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल, पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात, समेत जिले के सभी पुलिस पदाधिकारी से लेकर चौकीदार तक सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी निगरानी रखने में लगे थे।
इन सभी परियोजनाओं के पूरा होने से पूर्वी चंपारण में आधारभूत संरचना में बड़ा सुधार होगा, जिससे आम जनता के जीवन स्तर में बेहतरी आएगी और जिले के सर्वांगीण विकास को गति मिलेगी।