
नेशनल डेस्क, श्रेया पांडेय |
ज़हरीला कफ सिरप: 'कोल्ड्रिफ' से बच्चों की मौत पर देश में हड़कंप, डॉक्टर गिरफ्तार और दवा पर प्रतिबंध
देश के कई राज्यों, खासकर मध्य प्रदेश और राजस्थान में एक ज़हरीले कफ सिरप 'कोल्ड्रिफ' (Coldrif) के कारण मासूम बच्चों की मौत की ख़बरों ने हड़कंप मचा दिया है। यह दुखद घटनाक्रम राष्ट्रीय स्तर पर एक गंभीर चिंता का विषय बन गया है, जिसने दवा सुरक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार, इस कफ सिरप के सेवन से अब तक कई बच्चों की जान जा चुकी है, जिनमें मध्य प्रदेश और राजस्थान के मामले प्रमुख हैं।
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए, प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई की है। घटना के केंद्र में आए डॉक्टर प्रवीण सोनी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। डॉक्टर सोनी पर आरोप है कि उन्होंने ही कथित तौर पर ज़्यादातर प्रभावित बच्चों को यह जानलेवा कफ सिरप 'कोल्ड्रिफ' प्रिस्क्राइब किया था। डॉक्टर की गिरफ्तारी इस बात को दर्शाती है कि मामले में लापरवाही और ज़िम्मेदारी तय करने की दिशा में सख्त कदम उठाए जा रहे हैं।
बच्चों की मौत की ख़बरें सामने आने के बाद, केंद्र और राज्य सरकारों ने तत्काल प्रभाव से कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और केरल जैसे राज्यों ने तत्काल कार्रवाई करते हुए 'कोल्ड्रिफ' कफ सिरप की बिक्री और उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। इन राज्यों में दवा दुकानों पर व्यापक स्तर पर छापेमारी (रेड) की जा रही है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि यह ज़हरीली दवा बाज़ार से पूरी तरह हटा ली जाए।
इस बीच, देश में दवा विनियमन की शीर्ष संस्था, केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO), भी हरकत में आ गई है। CDSCO ने इस मामले में जोखिम आधारित निरीक्षण (Risk-Based Inspection) शुरू कर दिया है। संगठन ने देश भर में दवा कंपनियों की यूनिट्स की जांच शुरू कर दी है और कफ सिरप के नमूने एकत्र किए हैं। जांच के शुरुआती नतीजों में कुछ नमूने मिलावटी (adulterated) पाए गए हैं, जो बच्चों की मौत के पीछे की वजह की ओर इशारा करते हैं। इस सिरप में ज़हरीले तत्वों की मौजूदगी की आशंका जताई जा रही है, जिसकी विस्तृत जांच जारी है। यह घटना देश की फार्मास्युटिकल इंडस्ट्री के लिए एक बड़ी चुनौती है और नियामक संस्थाओं को अपनी निगरानी प्रणाली को और सख्त करने की आवश्यकता पर बल देती है, ताकि भविष्य में इस तरह की त्रासदी को रोका जा सके। सरकार इस मामले की तह तक जाकर दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है।