
श्रेयांश पराशर, नेशनल डेस्क|
दिल्ली यूनिवर्सिटी में प्रेम और रिश्तों पर कोर्स, ब्रेकअप से निपटना भी सिखाएगा
दिल्ली विश्वविद्यालय एक अनोखा और प्रगतिशील कदम उठाने जा रहा है। शैक्षणिक सत्र 2025-26 से विश्वविद्यालय में "नेगोशिएटिंग इंटिमेट रिलेशनशिप" नामक एक कोर्स शुरू किया जाएगा, जो युवाओं को प्रेम संबंधों, भावनात्मक उतार-चढ़ाव और ब्रेकअप जैसी स्थितियों को समझने और उनसे निपटने की शिक्षा देगा। यह कोर्स मनोविज्ञान विभाग द्वारा संचालित किया जाएगा और इसमें दाखिला इंटरमीडिएट (12वीं) के बाद एक प्रवेश परीक्षा के जरिए मिलेगा।
इस कोर्स का उद्देश्य छात्रों को निजी जीवन में आने वाली मानसिक और भावनात्मक चुनौतियों के लिए तैयार करना है। कोर्स में छात्रों को सिखाया जाएगा कि कैसे किसी रिश्ते में संवाद, विश्वास, सीमाएं और सहमति जैसे मूल्यों को समझा और निभाया जाए। साथ ही, ब्रेकअप से उबरने के लिए आत्म-संवेदना (self-compassion) और मानसिक लचीलापन विकसित करने की भी शिक्षा दी जाएगी।
कोर्स की विशेषताओं में जेंडर समानता, भावनात्मक बुद्धिमत्ता, मानसिक स्वास्थ्य, और रिश्तों में हिंसा की पहचान और उसके समाधान जैसे मुद्दे शामिल होंगे। इसमें केवल थ्योरी ही नहीं, बल्कि केस स्टडी, रियल लाइफ उदाहरण और इंटरेक्टिव सेशन्स के जरिए व्यावहारिक ज्ञान भी दिया जाएगा।
दिल्ली विश्वविद्यालय के इस फैसले को शिक्षा के क्षेत्र में एक नई सोच के रूप में देखा जा रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि डिजिटल युग में, जहां रिश्ते तेजी से बनते और टूटते हैं, ऐसे कोर्स युवाओं को भावनात्मक रूप से सशक्त बनाने में अहम भूमिका निभा सकते हैं। सोशल मीडिया, डेटिंग ऐप्स और बदलती जीवनशैली के बीच युवा अक्सर मानसिक तनाव, उलझन और अकेलेपन का शिकार होते हैं।
यह कोर्स न केवल उन्हें भावनात्मक स्थिरता और बेहतर आत्म-बोध सिखाएगा, बल्कि उनके समग्र मानसिक विकास में भी मदद करेगा। इस पहल से शिक्षा केवल किताबी ज्ञान तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि जीवन कौशल का भी हिस्सा बनेगी।