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IIT दिल्ली ने खोला अप्लाइड डेटा साइंस और AI सर्टिफिकेट प्रोग्राम का नया बैच

नेशनल डेस्क, मुस्कान कुमारी |

नई दिल्ली: डेटा साइंस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) में भविष्य बनाने वालों के लिए बड़ी खबर! भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) दिल्ली ने सर्टिफिकेट प्रोग्राम इन अप्लाइड डेटा साइंस एंड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस: फ्रॉम फंडामेंटल्स टू डिप्लॉयमेंट के दूसरे बैच के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिया है। यह छह महीने का कोर्स खासतौर पर उन प्रोफेशनल्स, विद्यार्थियों और एआई उत्साहियों के लिए डिजाइन किया गया है, जो डेटा-ड्रिवन दुनिया में अपनी क्षमताओं को उन्नत करना चाहते हैं। आवेदन अभी खुले हैं और सीमित सीटों के कारण जल्दी अप्लाई करने की सलाह दी गई है।

कोर्स: थ्योरी से ज्यादा ‘करके सीखने’ पर जोर

आईआईटी दिल्ली के कंटीन्यूइंग एजुकेशन प्रोग्राम (सीईपी) के तहत चल रहा यह प्रोग्राम मशीन लर्निंग (एमएल) और एआई के कॉन्सेप्ट्स व उनके इस्तेमाल पर केंद्रित है। इसमें प्रोडक्शन-ग्रेड पायथन कोडिंग, डेटा इंजीनियरिंग और एनालिसिस से लेकर एमएल व डीप लर्निंग मॉडल्स बनाने तक का ट्रेनिंग दिया जाएगा। खास बात यह है कि यह कोर्स मॉडल्स को डिप्लॉय करने की स्किल भी सिखाता है—डॉकर और क्लाउड डिप्लॉयमेंट, एमएलऑप्स टेक्नीक्स और रिस्पॉन्सिबल एआई के सिद्धांतों के माध्यम से। आखिर में इंडस्ट्री-ओरिएंटेड कैप्स्टोन प्रोजेक्ट होगा, जिससे प्रतिभागी वास्तविक समाधान विकसित करेंगे, जो उनके करियर को नई दिशा दे सकता है।

इसका ढांचा पूरी तरह प्रैक्टिकल है। इसमें 72 घंटे के लाइव इंटरएक्टिव लेक्चर्स, 40 घंटे का कैप्स्टोन वर्क, प्रैक्टिकल ट्यूटोरियल्स और काफी मात्रा में एसिंक्रोनस लर्निंग शामिल है। यह डायरेक्ट-टू-डिवाइस (D2D) मोड में मिलेगा, यानी किसी भी जगह और किसी भी डिवाइस से एक्सेस किया जा सकेगा। इसके अलावा, आईआईटी दिल्ली कैंपस में एक वैकल्पिक इमर्शन सेशन भी है, जहां फैकल्टी से आमने-सामने सीखने का अवसर मिलेगा। यानी जोर ‘जानने’ से ज्यादा ‘करने’ पर होगा।

कौन कर सकता है आवेदन? अवसर हर आकांक्षी के लिए

यह प्रोग्राम उन सभी के लिए उपयुक्त है, जो डेटा साइंस और एआई में कदम रखना चाहते हैं। चाहे आप एक एस्पायरिंग डेटा साइंटिस्ट हों, एआई में रुचि रखने वाले हों, टेक्नोलॉजी/एनालिटिक्स प्रोफेशनल्स हों जो अपस्किल करना चाहते हैं, इंडस्ट्री में एआई लागू करने वाले इंजीनियर्स हों या स्टूडेंट्स और रिसर्चर्स हों—यह सबके लिए सुनहरा मौका है। बेसिक प्रोग्रामिंग और गणित की जानकारी आवश्यक है, लेकिन किसी खास बैकग्राउंड की बाध्यता नहीं है। चयन प्रक्रिया सख्त है, जहां उम्मीदवारों को अकादमिक और टेक्निकल योग्यता के आधार पर आंका जाएगा।

जॉब मार्केट में फिलहाल एआई और डेटा साइंस स्किल्स की डिमांड बहुत तेज़ी से बढ़ रही है। कंपनियां ऐसे प्रोफेशनल्स चाहती हैं जो सिर्फ मॉडल्स बना ही नहीं, बल्कि उन्हें प्रोडक्शन में डिप्लॉय भी कर सकें। यह कोर्स वही ब्रिज तैयार करता है—अकादमिक सीख को सीधे इंडस्ट्री एप्लीकेशन्स से जोड़कर। सफलतापूर्वक पूरा करने पर आईआईटी दिल्ली का ई-सर्टिफिकेट दिया जाएगा, जो रिज्यूमे को मजबूत करेगा और जॉब प्रोफाइल को बढ़ावा देगा। हेल्थकेयर, फाइनेंस, ई-कॉमर्स जैसे क्षेत्रों में ये स्किल्स गेम-चेंजर साबित हो सकती हैं।

पाठ्यक्रम: बेसिक्स से लेकर एडवांस्ड एआई तक

कर्विकुलम को चरणबद्ध ढंग से डिजाइन किया गया है ताकि लर्नर्स क्रमशः विशेषज्ञता हासिल करें। शुरुआत पायथन प्रोग्रामिंग से होती है—डेटा मैनिपुलेशन, एक्सप्लोरेटरी एनालिसिस और रिग्रेशन तक। उसके बाद क्लासिफिकेशन, क्लस्टरिंग और डाइमेंशनलिटी रिडक्शन पढ़ाया जाएगा। एडवांस्ड स्तर पर डीप लर्निंग, नैचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग (एनएलपी) और रिस्पॉन्सिबल एआई शामिल हैं। हर मॉड्यूल के साथ कोडिंग, डेटा हैंडलिंग और मॉडल बिल्डिंग से जुड़े असाइनमेंट होंगे। इंडस्ट्री-केंद्रित प्रोजेक्ट्स के जरिए प्रतिभागी क्लाउड डिप्लॉयमेंट और एमएलऑप्स भी सीखेंगे।

प्रो. अंकुर गुप्ता, सेंटर फॉर अप्लाइड रिसर्च इन इलेक्ट्रॉनिक्स, आईआईटी दिल्ली के अनुसार, “हमने यह कोर्स ‘डूइंग’ के सिद्धांत पर बनाया है, न कि सिर्फ ‘नोइंग’ पर। प्रतिभागी पायथन, मॉडर्न एमएल और डीप लर्निंग को प्रैक्टिस करते हैं और फिर मॉडल्स को प्रोडक्शन में ले जाते हैं; एमएलऑप्स और रिस्पॉन्सिबल एआई के साथ। कैप्स्टोन, केस स्टडीज और मेंटरिंग सुनिश्चित करते हैं कि वे इंडस्ट्री-रेडी सॉल्यूशंस के साथ प्रोग्राम पूरा करें और आत्मविश्वास से वर्कप्लेस में डेटा साइंस लागू करें, जो लंबे समय तक बिजनेस नतीजों को प्रभावित करेगा।”

आवेदन कैसे करें: सरल प्रोसेस, सीटें सीमित

एप्लीकेशन ऑनलाइन है और आईआईटी दिल्ली सीईपी पोर्टल या पार्टनर प्लेटफॉर्म्स जैसे टाइम्सप्रो पर उपलब्ध है। डायरेक्ट लिंक: cepqip.iitd.ac.in। आवेदन जमा करने के बाद एलिजिबिलिटी की जांच होगी। फीस का भुगतान एकमुश्त या इंस्टॉलमेंट में किया जा सकता है, साथ ही लोन व ईएमआई विकल्प पार्टनर के माध्यम से उपलब्ध हैं। रिफंड और शेड्यूल की डिटेल्स ब्रोशर में दी गई हैं। बैच में विभिन्न पृष्ठभूमियों से आने वाले उम्मीदवार शामिल होंगे—फ्रेशर्स से लेकर अनुभवी प्रोफेशनल्स तक। साथ ही, वैल्यू-एडेड सर्विसेज में मेंटरिंग और नेटवर्किंग भी दी जाएगी।

यह प्रोग्राम केवल स्किल्स ही नहीं देता, बल्कि आत्मविश्वास भी पैदा करता है—ताकि आप डेटा-आधारित इनोवेशन को आगे बढ़ा सकें। अगर आप एआई सेक्टर में कदम रखना चाहते हैं, तो यही आपके लिए सही अवसर है। तुरंत लिंक पर जाएं और आवेदन कर अपना भविष्य मजबूत करें।