स्टेट डेस्क, वेरोनिका राय |
हरियाणा में आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार की आत्महत्या के मामले ने अब बड़ा राजनीतिक रूप ले लिया है। इसी तनातनी के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 17 अक्टूबर को प्रस्तावित सोनीपत दौरा स्थगित कर दिया गया है। यह रैली भाजपा सरकार के एक साल पूरे होने के उपलक्ष्य में “जन विश्वास-जन विकास रैली” के रूप में आयोजित की जानी थी।
रैली की तैयारी के बीच पहुंची स्थगन की सूचना
प्रधानमंत्री की रैली रद्द होने की खबर उस वक्त आई जब मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी सोनीपत के राई में रैली स्थल पर अधिकारियों और भाजपा पदाधिकारियों की बैठक ले रहे थे। इस बैठक में हरियाणा भाजपा अध्यक्ष मोहन लाल बडौली, मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी, कई मंत्री, सांसद और विधायक मौजूद थे।
भाजपा संगठन और प्रशासन पिछले कई दिनों से इस रैली की तैयारी में जुटे थे। मंच तैयार किया जा रहा था, सुरक्षा की समीक्षा चल रही थी और क्षेत्र में पोस्टर-बैनर लगाए जा चुके थे। लेकिन आईपीएस वाई पूरन कुमार की आत्महत्या प्रकरण के बाद तैयारियां धीमी पड़ गईं।
पोस्टमार्टम न होने से बढ़ी सरकार की मुश्किलें
पूरन कुमार की आत्महत्या को सात दिन बीत जाने के बाद भी उनका पोस्टमार्टम नहीं हो पाया है, जिससे मामला और संवेदनशील बन गया है। परिवार न्याय और निष्पक्ष जांच की मांग पर अडिग है। सूत्रों के मुताबिक सरकार को उम्मीद थी कि परिवार जल्द ही पोस्टमार्टम के लिए राजी हो जाएगा और माहौल सामान्य हो जाएगा, मगर ऐसा नहीं हुआ।
इसी बीच केंद्र और हरियाणा की खुफिया एजेंसियों ने सरकार को रिपोर्ट दी कि अगर प्रधानमंत्री मोदी इस स्थिति में राज्य का दौरा करते हैं, तो दलित संगठनों और विपक्षी दलों द्वारा विरोध प्रदर्शन की आशंका है। इसके बाद सुरक्षा कारणों से रैली को स्थगित करने का फैसला लिया गया।
विपक्ष ने सरकार पर साधा निशाना
इस पूरे प्रकरण में विपक्ष ने सरकार पर हमला तेज कर दिया है। कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और अन्य विपक्षी दलों के कई वरिष्ठ नेता आईपीएस पूरन कुमार की पत्नी अमनीत पी. कुमार, जो स्वयं आईएएस अधिकारी हैं, से मुलाकात कर चुके हैं।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी मंगलवार को चंडीगढ़ पहुंच रहे हैं ताकि पूरन कुमार के परिवार से मुलाकात कर सकें। इससे पहले मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी और चिराग पासवान भी शोक प्रकट कर चुके हैं।
वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और आम आदमी पार्टी के कई नेताओं ने भी परिवार से मिलकर न्याय की मांग की है।
माहौल शांत होने के बाद नई तारीख
भाजपा नेताओं के अनुसार, जब तक हालात सामान्य नहीं हो जाते, प्रधानमंत्री मोदी का हरियाणा दौरा नहीं होगा। रैली की नई तारीख माहौल शांत होने के बाद घोषित की जाएगी।
इधर, मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने भी स्थिति की गंभीरता को देखते हुए दिल्ली दौरा रद्द कर दिया है। वे सोमवार शाम दिल्ली जाने वाले थे, परंतु उन्होंने सभी कार्यक्रम स्थगित कर दिए।
फिलहाल हरियाणा सरकार पर दोहरी चुनौती है; एक ओर आईपीएस अधिकारी की मौत की निष्पक्ष जांच और परिवार को न्याय दिलाना, और दूसरी ओर राज्य में राजनीतिक माहौल को सामान्य बनाना। भाजपा संगठन अब रैली की नई रणनीति बनाने में जुटा है, जबकि विपक्ष इस मुद्दे को लेकर सरकार पर दबाव बनाए हुए है।







