
राष्ट्रीय डेस्क, आर्या कुमारी |
मध्य प्रदेश में अपराधियों का दुस्साहस इस हद तक बढ़ गया है कि अब वे न्यायाधीशों से भी सुरक्षा शुल्क की मांग कर रहे हैं। एक न्यायाधीश को जीवित रहने के बदले में 500 करोड़ रुपये का भुगतान करने के लिए कहा गया है।
रीवा जिले के त्योंथर न्यायालय में कार्यरत एक न्यायाधीश के पास धमकी भरा पत्र पहुंचा है। डाक के जरिए प्राप्त इस पत्र के भेजने वाले व्यक्ति ने अपना परिचय हनुमान नामक डकैत के सहयोगी के रूप में दिया है। इस मामले में सोहागी पुलिस थाने में शिकायत दायर की गई है और अब पुलिस जांच कार्य में जुटी है।
यह घटना रीवा जिले के सोहागी थाना क्षेत्र के त्योंथर न्यायालय से संबंधित है। यहां कार्यरत प्रथम व्यवहार न्यायाधीश मोहिनी भदौरिया को डाकघर के माध्यम से एक धमकी का पत्र प्राप्त हुआ है। इस पत्र को प्रयागराज जिले के बारा थाना क्षेत्र के लोहगारा निवासी संदीप सिंह द्वारा लिखा गया है। पत्र में न्यायाधीश की हत्या की धमकी देते हुए 500 करोड़ रुपए की रंगदारी मांगी गई है। पत्र लेखक ने स्वयं को दस्यु सरगना हनुमान के गैंग का सदस्य बताया है।
धमकी देने वाले ने न्यायाधीश से पांच अरब रुपए लेकर 1 सितंबर को शाम 7:45 बजे यूपी-एमपी की सीमा पर स्थित बड़गड़ वन क्षेत्र में आने को कहा था। पत्र में यह भी स्पष्ट किया गया था कि धन राशि लेकर उन्हें स्वयं उपस्थित होना होगा। सोहागी थाने में इस मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है, जिसके बाद पुलिस ने आरोपित व्यक्ति के विरुद्ध धारा 308 (4) बीएनएस के अंतर्गत केस पंजीकृत किया है। न्यायाधीश को धमकी देने वाले आरोपी की खोज में पुलिस दल उत्तर प्रदेश पहुंच चुका है। जानकारी के अनुसार आरोपी उत्तर प्रदेश का निवासी है। न्यायाधीश को ऐसा पत्र भेजने के पीछे उसकी क्या मंशा थी, यह आरोपी की गिरफ्तारी के उपरांत ही स्पष्ट हो सकेगा।
IPS विवेक सिंह ने कहा कि "एक पत्र रजिस्ट्री के जरिए मिला है। इसमें धमकी देकर फिरौती की मांग की गई है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज किया था। कुछ संदिग्धों की पहचान की गई है, जो यूपी के हैं। जल्द ही इन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। लेटर में 500 करोड़ की मांग की गई है, कारण कुछ खास नहीं बताए गए हैं।"