
स्टेट डेस्क, नीतीश कुमार |
प्रशांत किशोर का बड़ा खुलासा: NDA के 5 नेताओं पर लगाए महाभ्रष्टाचार और फर्जीवाड़े के आरोप
जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने पटना में एनडीए नेताओं पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने एनडीए के पांच नेताओं — उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, अशोक चौधरी, मंगल पांडेय, दिलीप जायसवाल और संजय जायसवाल को भ्रष्ट बताते हुए निशाने पर लिया।
जदयू नेता अशोक चौधरी को सर्वदलीय नेता बताते हुए उन पर फर्जी तरीके से प्रोफेसर बनने का आरोप लगाया। किशोर ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय पर भी भ्रष्टाचार के आरोप लगाए।
- अशोक चौधरी : दो-तीन वर्षों में 200 करोड़ रुपये से अधिक की जमीन खरीदी। यह बेनामी और मानव विकास न्यास के जरिए की गई। न्यास पर सवाल नहीं है, लेकिन उन्हें इस पर जवाब देना चाहिए। ये सभी भूखंड उनकी बेटी की सगाई से लेकर विवाह तक की अवधि में खरीदे गए।
- मंगल पांडेय : आरोप है कि उन्होंने दिल्ली में पत्नी के नाम फ्लैट खरीदने के लिए दिलीप जायसवाल से 25 लाख रुपये उधार लिए, जबकि उस समय उनकी पत्नी के खाते में 2.13 करोड़ रुपये पहले से मौजूद थे। यह रकम कहां से आई, इसका पूरा विवरण है। अधिक बोलेंगे तो पोल खुल जाएगी।
- दिलीप जायसवाल : राजेश साह की हत्या के आरोपी बताए गए। आरोप है कि तत्कालीन एसपी और जांच प्रभारी से मिलीभगत कर मामले को दबा दिया गया। सही जांच की मांग करते हुए राजेश साह की मां और बहन ने उच्च न्यायालय में याचिका दायर की है।
- सम्राट चौधरी : नाम बदलने के आरोप लगे। राकेश कुमार उर्फ सम्राट चौधरी उर्फ सम्राट कुमार मौर्य। उन पर मैट्रिक फेल होने का आरोप है। सुप्रीम कोर्ट में बिहार बोर्ड का हलफनामा मौजूद है। 2010 के हलफनामे में उन्होंने खुद को सातवीं पास बताया, लेकिन बाद में कामराज यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट दिखाया, जो वास्तव में अस्तित्व में ही नहीं है। बिना मैट्रिक किए उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया से डीलिट की उपाधि भी ले ली।
- संजय जायसवाल : आरोप है कि उन्होंने पेट्रोल चोरी और फर्जी बिल बनाए। बेतिया की महापौर ने स्थायी समिति की पांच बैठकों के फैसलों के बाद नगर आयुक्त को पत्र लिखकर निगम की गाड़ियों का पेट्रोल उनके पंप से न लेने का निर्देश दिया। 5.87 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ। 15 अगस्त के बाद के पेट्रोल वाउचर के भुगतान पर नगर निगम ने रोक भी लगा दी।
प्रशांत किशोर का कहना है कि बिहार में आज जितना भ्रष्टाचार है, उतना पहले कभी देखने-सुनने को नहीं मिला। निचले स्तर पर भ्रष्टाचार है, तो उसका लाभ ऊपर तक पहुंच रहा है। राजद के समय जंगलराज था और एनडीए वाले कंबल ओढ़कर घी पी रहे हैं।