
श्रेयांश पराशर |
विश्व पर्यावरण दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'अरावली ग्रीन वॉल परियोजना' और 'एक पेड़ मां के नाम' योजना का विस्तार करते हुए हरित भारत की दिशा में नई शुरुआत की।
5 जून 2025 को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुग्राम स्थित भगवान महावीर वनस्थली पार्क में पौधारोपण कर 'अरावली ग्रीन वॉल परियोजना' की शुरुआत की। इस पहल को 'एक पेड़ मां के नाम' योजना का विस्तार माना जा रहा है, जिसका उद्देश्य आम जनता को भावनात्मक रूप से पर्यावरण संरक्षण से जोड़ना है।
यह परियोजना दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और गुजरात के 29 जिलों में फैले अरावली पर्वत श्रंखला के 5 किलोमीटर बफर ज़ोन में हरित आवरण को बढ़ाने पर केंद्रित है। इसके अंतर्गत लगभग 1,000 नर्सरी स्थापित की जाएंगी, जिससे पौधों की उपलब्धता में आसानी होगी।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह पहल न केवल वृक्षारोपण को बढ़ावा देगी, बल्कि जल संसाधनों के पुनरुद्धार, धूल भरी आंधियों पर नियंत्रण, और थार रेगिस्तान के विस्तार को रोकने में भी सहायक होगी। शहरी और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में नई तकनीकों जैसे वर्टिकल गार्डनिंग और जियो-टैगिंग को बढ़ावा दिया जाएगा। पौधों की निगरानी 'माय लाइफ पोर्टल' के माध्यम से की जाएगी।
इस अवसर पर दिल्ली, राजस्थान, गुजरात और हरियाणा के मुख्यमंत्री भी वर्चुअल रूप से अभियान में शामिल हुए। प्रधानमंत्री ने युवाओं से अपील की कि वे इस अभियान का हिस्सा बनें और प्रकृति की रक्षा में अपनी भूमिका निभाएं।
यह परियोजना भारत के हरित भविष्य के लिए एक बड़ा कदम है, जो न केवल पर्यावरणीय बल्कि सामाजिक और आर्थिक बदलाव लाने में भी सहायक सिद्ध होगी।