
श्रेया पांडे, नई दिल्ली |
PM मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिपरिषद बैठक: ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता के बाद पहली बड़ी रणनीतिक चर्चा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 4 जून 2025 को केंद्र सरकार की शीर्ष मंत्रिपरिषद की एक अहम बैठक बुलाई। यह बैठक ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की हालिया सफलता के बाद पहली उच्चस्तरीय सरकारी चर्चा थी, जिसमें राष्ट्रीय सुरक्षा, आंतरिक स्थिति, और विदेश नीति से जुड़े कई संवेदनशील मुद्दों पर विचार किया गया।
इस बैठक में गृह मंत्री, रक्षा मंत्री, विदेश मंत्री सहित लगभग सभी वरिष्ठ केंद्रीय मंत्री उपस्थित रहे। सूत्रों के मुताबिक, बैठक का मुख्य उद्देश्य ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की समीक्षा करना और उसके रणनीतिक प्रभाव का आकलन करना था। यह ऑपरेशन भारत की खुफिया एजेंसियों और सुरक्षा बलों की एक संयुक्त कार्रवाई थी, जिसमें सीमापार आतंकी गतिविधियों को बड़ी हद तक निष्क्रिय किया गया। बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से ऑपरेशन की विस्तृत रिपोर्ट मांगी और उसके निष्कर्षों पर आधारित भविष्य की कार्ययोजना पर चर्चा की। मोदी ने बैठक के दौरान कहा कि देश की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है, और किसी भी प्रकार की बाहरी या आंतरिक चुनौती का सामना पूरी ताकत से किया जाएगा।
इसके अलावा, बैठक में गृह मंत्रालय ने राज्यों की कानून-व्यवस्था की स्थिति पर भी प्रेजेंटेशन दिया। कुछ संवेदनशील राज्यों में चुनावों से पहले सुरक्षा बढ़ाने और अफवाहों को नियंत्रित करने की योजना पर भी चर्चा हुई। बैठक के दौरान विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भारत के पड़ोसी देशों के साथ कूटनीतिक संबंधों की वर्तमान स्थिति पर भी जानकारी दी। इसमें विशेष रूप से नेपाल, श्रीलंका और चीन से संबंधित मामलों पर विमर्श हुआ।
बैठक में आर्थिक मोर्चे पर भी संक्षिप्त चर्चा हुई, जहां वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने देश की विकास दर, महंगाई और रोजगार दर से जुड़ी ताजा रिपोर्ट साझा की। मंत्रियों ने आम जनता को राहत देने के लिए योजनाओं की प्रगति की समीक्षा भी की। इस बैठक को आगामी 100 दिनों के शासन एजेंडे की शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है, जिसमें सरकार सुरक्षा, विकास और विदेश नीति को मुख्य प्राथमिकताएं मान रही है। सरकार की इस रणनीतिक बैठक को 2024 के आम चुनावों के बाद एक नई दिशा देने वाली पहल के रूप में देखा जा रहा है।