स्टेट डेस्क – वेरॉनिका राय
बिहार विधानसभा चुनाव के माहौल में जमुई में शनिवार को बड़ा राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया। यहां स्टेशन रोड स्थित भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यालय के बाहर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया। भाजपा ने आरोप लगाया है कि राजद समर्थकों ने भाजपा प्रत्याशी श्रेयसी सिंह के खिलाफ आपत्तिजनक नारे लगाए और माहौल को बिगाड़ने की कोशिश की।
घटना शनिवार की दोपहर की बताई जा रही है, जब राजद प्रत्याशी शमशाद आलम ने तेजस्वी यादव की सभा के बाद रोड शो निकाला। रोड शो में पूर्व मंत्री विजय प्रकाश भी शामिल थे। जैसे ही यह जुलूस स्टेशन रोड पर भाजपा कार्यालय के पास पहुंचा, वहां मौजूद राजद समर्थकों ने अचानक “श्रेयसी सिंह मुर्दाबाद” जैसे नारे लगाने शुरू कर दिए। इससे मौके पर मौजूद भाजपा कार्यकर्ताओं में आक्रोश फैल गया और दोनों पक्षों के बीच माहौल तनावपूर्ण हो गया। भाजपा कार्यालय में मौजूद नेताओं ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस दल मौके पर पहुंचा और भीड़ को वहां से हटाया।
भाजपा का आरोप: धार्मिक नारे और धमकी के संकेत
भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया है कि भीड़ में शामिल कुछ लोगों ने “अल्लाह हू अकबर” और “पाकिस्तान जिंदाबाद” जैसे नारे भी लगाए। भाजपा नेता राजकिशोर सिंह ने कहा, “राजद प्रत्याशी के समर्थकों ने न केवल राजनीतिक मर्यादा का उल्लंघन किया बल्कि धार्मिक नारे लगाकर समाज में नफरत फैलाने की कोशिश की। यह चुनावी आचार संहिता का खुला उल्लंघन है।” भाजपा ने इस घटना की शिकायत चुनाव आयोग और पुलिस प्रशासन दोनों से की है। साथ ही, भाजपा प्रत्याशी श्रेयसी सिंह को सुरक्षा देने की मांग की गई है।
पुलिस की कार्रवाई
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने रोड शो को आगे बढ़ाया और भीड़ को भाजपा कार्यालय के सामने से हटा दिया। अधिकारियों का कहना है कि पूरे मामले की जांच की जा रही है। पुलिस ने फिलहाल किसी की गिरफ्तारी नहीं की है लेकिन वीडियो फुटेज की जांच की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि नारे किसने लगाए।
भाजपा का प्रेस कॉन्फ्रेंस: राजद पर सीधा हमला
घटना के बाद पटना में भाजपा की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई। केंद्रीय राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा, “जमुई में भाजपा प्रत्याशी श्रेयसी सिंह को जान से धमकी दी जा रही है। उनके चुनावी कार्यालय में तोड़फोड़ की गई है। राजद प्रत्याशी शमशाद आलम के समर्थक माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। यह लोकतंत्र के लिए बेहद चिंताजनक है।” उन्होंने आगे कहा कि भाजपा इस मामले को चुनाव आयोग के समक्ष रखेगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करेगी।
राजद की प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई
घटना को लेकर राजद प्रत्याशी शमशाद आलम से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनसे कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई। वहीं, राजद के स्थानीय नेताओं का कहना है कि भाजपा मामले को राजनीतिक रंग देने की कोशिश कर रही है।
जमुई की सीट पर सियासी टक्कर
जमुई विधानसभा सीट बिहार की चर्चित सीटों में से एक मानी जाती है। यहां से भाजपा ने निशानेबाज श्रेयसी सिंह को प्रत्याशी बनाया है, जो अंतरराष्ट्रीय स्तर की शूटर रह चुकी हैं। दूसरी ओर, राजद ने शमशाद आलम को मैदान में उतारा है। दोनों ही दलों के बीच कड़ी टक्कर मानी जा रही है। 2020 के विधानसभा चुनाव में भी श्रेयसी सिंह ने इसी सीट से जीत दर्ज की थी और अब वे दोबारा मैदान में हैं। इसलिए इस बार भी जमुई की सियासत पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं।
चुनावी माहौल में बढ़ा तनाव
इस घटना के बाद जमुई में माहौल तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में बताया जा रहा है। पुलिस ने पूरे इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी है और किसी भी तरह की अप्रिय घटना से निपटने के लिए गश्त तेज कर दी गई है। प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। भाजपा ने स्पष्ट किया है कि वे किसी भी तरह की धमकी या डराने की राजनीति से पीछे नहीं हटेंगे और श्रेयसी सिंह अपना प्रचार अभियान पूरी मजबूती से जारी रखेंगी।
जमुई की यह घटना बिहार चुनाव के बीच राजनीतिक माहौल को और गरमा गई है। भाजपा और राजद दोनों ही एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं। अब देखना होगा कि जांच में क्या सच सामने आता है और चुनाव आयोग इस मामले में क्या कदम उठाता है।







