Ad Image
Ad Image
दिल्ली पुलिस ने साइबर अपराधियों के लिए चलाया साईं हॉक अभियान, 48 घंटे में 800 गिरफ्तार || झारखंड की मंत्री दीपिका पाण्डेय का EC पर हमला, SIR के कारण हारा महागठबंधन || पूर्वी चंपारण के रक्सौल में VIP पार्टी के अनुमंडल प्रमुख की गोली मार हत्या || राष्ट्रपति ट्रंप ने यूक्रेन से शांति समझौते के प्रस्ताव को जल्दी स्वीकार करने का आग्रह किया || ईरान पर अमेरिका की सख्ती, आज नए प्रतिबंधों का किया ऐलान || BJP को 90 पर लीड, JDU को 80 पर लीड, महागठबंधन फेल || नीतीश कुमार CM हैं और आगे भी रहेंगे: जेडीयू की प्रतिक्रिया || NDA को शानदार बढ़त, 198 पर लीड जबकि महागठबंधन को 45 पर लीड || तुर्की : सैन्य विमान दुर्घटना में मृत सभी 20 सैनिकों के शव बरामद || RJD के एम एल सी सुनील सिंह का भड़काऊ बयान, DGP के आदेश पर FIR

The argument in favor of using filler text goes something like this: If you use any real content in the Consulting Process anytime you reach.

  • img
  • img
  • img
  • img
  • img
  • img

Get In Touch

अब एक स्कैन से हाथ में आएगा कैश, NPCI ने RBI से की मंज़ूरी की मांग

राष्ट्रीय डेस्क, आर्या कुमारी |

स्मार्टफोन के ज़रिये कैश निकालना अब और भी सरल होने वाला है। इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) जल्द ही 20 लाख से अधिक बिजनेस कॉरेस्पोंडेंट (BC) आउटलेट्स पर यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) के माध्यम से कैश विड्रॉवल की सुविधा देने पर काम कर रहा है। NPCI ने इसकी स्वीकृति के लिए कथित तौर पर भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) से संपर्क किया है।

वर्तमान स्थिति में UPI-आधारित कैश विड्रॉवल सुविधा केवल चुनिंदा एटीएम और कुछ दुकानों तक सीमित है और उस पर भी लिमिट लागू है। अब तक कस्बों व शहरों में हर ट्रांजैक्शन पर 1,000 रुपये और गांवों में 2,000 रुपये की सीमा रखी गई है। रिपोर्ट में यह बताया गया है कि प्रस्तावित योजना के अंतर्गत BC आउटलेट्स पर हर ट्रांजैक्शन में 10,000 रुपये तक निकाले जा सकेंगे।

बिजनेस कॉरेस्पोंडेंट क्या होते हैं?

बिजनेस कॉरेस्पोंडेंट वे स्थानीय एजेंट होते हैं जो दूर-दराज़ इलाक़ों में बैंकिंग सेवाएँ पहुँचाते हैं, जहाँ एटीएम उपलब्ध नहीं होते। इन स्थानों पर ये एजेंट बैंक शाखाओं का विस्तार बनकर काम करते हैं। बिजनेस कॉरेस्पोंडेंट कोई दुकानदार, NGO या कोई अन्य व्यक्ति भी हो सकता है। पहले भी लोग आधार-आधारित ऑथेंटिकेशन और डेबिट कार्ड के ज़रिये कैश निकालने के लिए BC का इस्तेमाल करते रहे हैं। अब यदि UPI-आधारित QR कोड लागू हो जाता है, तो ग्राहक किसी भी UPI ऐप से QR को स्कैन कर कैश निकाल सकेंगे। इसके लिए लाखों छोटे-छोटे सर्विस प्वाइंट्स या दुकानदारों को QR कोड दिए जाने की योजना है। NPCI ने RBI से यही अनुमति माँगी है कि UPI के ज़रिये कैश निकासी की सुविधा बिजनेस कॉरेस्पोंडेंट को भी दी जाए।

किसे होगा फायदा

यह नया तरीका उन ग्राहकों के लिए विशेष रूप से लाभकारी हो सकता है जिन्हें फिंगरप्रिंट से प्रमाणीकरण में दिक्कत होती है या जो डेबिट कार्ड से ट्रांजैक्शन करने से बचते हैं। फिलहाल ग्राहक BCs के पास माइक्रो एटीएम मशीनों में कार्ड डालकर पैसा निकालते हैं; अब सिस्टम को और सरल बनाने पर काम चल रहा है, ताकि BC आउटलेट पर QR स्कैन कर पैसे निकाले जा सकें।

बता दें कि NPCI ने साल 2016 में UPI को लॉन्च किया था।