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अमूल ने 700 से ज्यादा उत्पादों के दाम घटाए

नेशनल डेस्क, मुस्कान कुमारी |

अमूल ने 700 से ज्यादा उत्पादों के दाम घटाए: ग्राहकों को मिलेगी बड़ी राहत, घी 40 रुपये सस्ता...

दिल्ली: भारत के सबसे लोकप्रिय डेयरी ब्रांड अमूल ने उपभोक्ताओं को जीएसटी कटौती का पूरा लाभ पहुंचाने के लिए बड़ा कदम उठाया है। गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन महासंघ (जीसीएमएमएफ) ने घी, मक्खन, पनीर, आइसक्रीम और बेकरी उत्पादों समेत 700 से अधिक पैकेज्ड प्रोडक्ट्स की खुदरा कीमतों में कटौती की घोषणा की है। यह फैसला जीएसटी दरों में हालिया कमी के सीधे असर से प्रेरित है, जो 22 सितंबर से लागू हो रही है। नई कीमतें उसी दिन से प्रभावी होंगी, जिससे लाखों परिवारों के रसोईघर में सस्ते दूध उत्पाद पहुंचेंगे।

अमूल के इस ऐलान से बाजार में हलचल मच गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि इससे न केवल उपभोक्ताओं की जेब ढीली होगी, बल्कि डेयरी क्षेत्र की मांग में भी उछाल आएगा। जीसीएमएमएफ के अधिकारियों ने बताया कि यह कदम उपभोक्ताओं की सेवा और किसानों के कल्याण को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। ब्रांड ने स्पष्ट किया कि गुणवत्ता में कोई समझौता नहीं होगा, लेकिन कीमतें अब और सुलभ होंगी।

घी और मक्खन पर सबसे ज्यादा छूट: दैनिक जरूरतों पर सीधा फायदा

अमूल के प्रमुख उत्पादों में सबसे ज्यादा उत्साह घी और मक्खन को लेकर है। एक लीटर अमूल घी की कीमत में 40 रुपये की कटौती कर इसे 610 रुपये प्रति लीटर कर दिया गया है। पहले यह 650 रुपये के आसपास थी, जो मध्यम वर्ग के परिवारों के लिए बोझ था। इसी तरह, 100 ग्राम अमूल मक्खन का अधिकतम खुदरा मूल्य (एमआरपी) 62 रुपये से घटाकर 58 रुपये कर दिया गया है। यह बदलाव उन घरों के लिए वरदान साबित होगा जहां रोजाना चाय या पराठों में मक्खन का इस्तेमाल होता है।

पनीर प्रेमियों के लिए भी खुशखबरी है। 200 ग्राम फ्रोजन पनीर का दाम 99 रुपये से घटकर 95 रुपये हो गया है, यानी 4 रुपये की सीधी बचत। एक किलो अमूल प्रोसेस्ड चीज ब्लॉक की कीमत में 30 रुपये की कमी कर इसे 545 रुपये प्रति किलो बना दिया गया है। ये उत्पाद बाजारों में आसानी से उपलब्ध हैं, और नई कीमतें लागू होते ही दुकानदारों को स्टॉक अपडेट करना पड़ेगा। अमूल ने कहा कि यह कटौती जीएसटी में 5% से 3% तक की कमी का सीधा परिणाम है, जो खाद्य उत्पादों पर लागू हो रही है।

आइसक्रीम और बेकरी रेंज में भी सस्ते दाम: त्योहारों से पहले खुशी का दोहरा डोज

त्योहारों का मौसम नजदीक आते ही अमूल ने आइसक्रीम और बेकरी उत्पादों पर भी फोकस किया है। आइसक्रीम पैक्स में औसतन 5-10% की कमी देखने को मिलेगी, जिससे गर्मियों के बाद भी परिवारों के बीच मीठे का स्वाद सस्ता हो जाएगा। बेकरी रेंज जैसे ब्रेड, कुकीज और केक मिक्स पर भी कटौती की गई है, जो शहरी उपभोक्ताओं के लिए राहत लेकर आएगी। फ्रोजन स्नैक्स, चॉकलेट और माल्ट-बेस्ड ड्रिंक्स जैसी कैटेगरी में भी 700 से ज्यादा वेरिएंट प्रभावित होंगे।

जीसीएमएमएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, "हमारा उद्देश्य है कि जीएसटी राहत का एक-एक पैसा ग्राहक तक पहुंचे। इससे डेयरी उत्पादों की खपत बढ़ेगी, खासकर पनीर और आइसक्रीम जैसे आइटम्स में जहां प्रति व्यक्ति उपभोग अभी कम है।" कंपनी ने 36 लाख से ज्यादा किसानों के सहयोग से बनी इस फेडरेशन के तहत यह कदम उठाया है, जो गुजरात से लेकर पूरे देश तक फैला नेटवर्क है।

व्यापक प्रभाव: किसानों से उपभोक्ता तक चेन मजबूत

अमूल का यह फैसला केवल कीमतों तक सीमित नहीं है। इससे डेयरी किसानों की आय में स्थिरता आएगी, क्योंकि बढ़ी मांग से दूध संग्रहण बढ़ेगा। विशेषज्ञों के अनुसार, जीएसटी कटौती से अमूल जैसे ब्रांड्स को प्रतिस्पर्धी लाभ मिलेगा, और बाजार हिस्सेदारी में इजाफा होगा। शहरी बाजारों में जहां महंगाई का दबाव है, वहां यह कदम उपभोक्ता विश्वास को मजबूत करेगा।

ग्रामीण क्षेत्रों में भी असर दिखेगा, जहां अमूल के उत्पाद रोजगार का स्रोत हैं। कंपनी ने लिस्ट जारी की है, जिसमें यूएचटी दूध, कंडेंस्ड मिल्क और पीनट स्प्रेड जैसे आइटम्स शामिल हैं। उदाहरण के तौर पर, 1 लीटर अमूल ताजा टोन्ड मिल्क टेट्रापैक का एमआरपी 75 रुपये हो गया है, जो पहले 77 रुपये था। यह छोटी-छोटी बचतें परिवारों के बजट को संतुलित करने में मदद करेंगी।

 बाजार की प्रतिक्रिया: दुकानदार उत्साहित, ग्राहक लाइव

देशभर के रिटेलर्स पहले से ही अमूल के नए रेट्स पर चर्चा कर रहे हैं। दिल्ली-एनसीआर के एक बड़े चेन स्टोर के मालिक ने कहा कि स्टॉक रीप्राइसिंग से बिक्री में 20% तक उछाल की उम्मीद है। इसी तरह, मुंबई और बैंगलोर के बाजारों में भी हाइप है। उपभोक्ता सोशल मीडिया पर अपनी खुशी जाहिर कर रहे हैं, खासकर घी और पनीर पर छूट को लेकर। अमूल ने सलाह दी है कि पुराने स्टॉक खत्म होने तक दुकानदार नई लेबलिंग करें।

यह कदम अमूल की 'सस्ता और स्वस्थ' नीति को मजबूत करता है। कंपनी ने बयान में जोर दिया कि यह बदलाव किसानों के हितों को सुरक्षित रखते हुए उपभोक्ताओं को प्राथमिकता देता है। कुल मिलाकर, 22 सितंबर से अमूल के उत्पाद बाजार में नई ऊर्जा लेकर आएंगे।