
अहमदाबाद, ऋषि राज |
गुरुवार दोपहर एक बड़ा विमान हादसा गुजरात की राजधानी अहमदाबाद में हुआ। एयर इंडिया की फ्लाइट AI-178, जो अहमदाबाद से लंदन के लिए रवाना हुई थी, टेकऑफ के दो मिनट बाद ही क्रैश हो गई। विमान में 242 लोग सवार थे, जिनमें गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी भी बताए जा रहे हैं। जानकारी के अनुसार अभी तक 202 से अधिक लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है | 50 से ज्यादा लोग घायल हैं जिनका इलाज चल रहा है | विमान में गुजरात के पूर्व CM विजय रुपानी समेत कई अन्य महत्वपूर्ण लोग भी थे | प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने घटना को ह्रदय विदारक बताते हुए गहरा दुःख व्यक्त किया और कहा कि इस घटना से निः स्तब्ध हूँ |
विमान ने सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट से दोपहर 1 बजकर 38 मिनट पर उड़ान भरी थी। लेकिन महज दो मिनट बाद, यानी 1:40 बजे, वह एयरपोर्ट से सटी एक इमारत से टकराकर क्रैश हो गया। चश्मदीदों के मुताबिक विमान ऊपर उठने के बाद अचानक नीचे गिरता दिखाई दिया और टकराव के साथ ही एक भीषण धमाका हुआ। घटनास्थल से धुएं का बड़ा गुबार उठता देखा गया।
क्रैश स्थल और नुकसान
हादसा एक मेडिकल कॉलेज हॉस्टल की इमारत से टकराने के कारण और भी भयावह हो गया। इस इमारत में MBBS के छात्र रहते थे। शुरुआती जानकारी के अनुसार टकराव से हॉस्टल में भी कई लोग झुलसे हैं। अब तक 100 से अधिक शव बरामद किए जा चुके हैं, जबकि दर्जनों घायल अस्पताल में भर्ती कराए गए हैं। अहमदाबाद सिविल अस्पताल में घायलों का इलाज जारी है और शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए लाया जा रहा है। घटनास्थल पर फायर ब्रिगेड की 7-8 गाड़ियाँ और 25 से अधिक राहत दल मौके पर जुटे हैं। NDRF की टीमें भी घटनास्थल पर पहुंच चुकी हैं।
विमान में कौन-कौन थे सवार?
इस इंटरनेशनल फ्लाइट में कुल 242 लोग सवार थे। इनमें से
- 169 भारतीय नागरिक,
- 50 ब्रिटिश नागरिक,
- 6 पुर्तगाली नागरिक,
- 1 कनाडाई नागरिक
शामिल थे। चालक दल के 10 सदस्य और दो पायलट भी फ्लाइट में थे। खबर है कि गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी भी इस फ्लाइट में सवार थे और लंदन के लिए यात्रा कर रहे थे। उनकी स्थिति को लेकर अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है, लेकिन अधिकारियों का कहना है कि वह इस फ्लाइट में मौजूद थे।
हादसे के तुरंत बाद की प्रतिक्रिया
हादसे के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से फोन पर बात कर राहत कार्यों की जानकारी ली। राज्य सरकार ने मौके पर तुरंत राहत और बचाव टीमों को रवाना किया। चश्मदीदों के मुताबिक विमान में आग लगने के बाद लोग मदद के लिए चिल्लाते हुए बाहर की ओर भागे। पायलट द्वारा कंट्रोल टावर को आपातकालीन संकेत (Emergency Alert) देने के कुछ ही सेकंड बाद यह दुर्घटना घटित हो गई।
टेक्निकल विफलता की आशंका
बताया जा रहा है कि टेकऑफ के तुरंत बाद विमान ऊंचाई नहीं पकड़ सका। कुछ तकनीकी गड़बड़ी की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। हालांकि, इसकी पुष्टि फ्लाइट रिकॉर्डर (ब्लैक बॉक्स) और पायलट की अंतिम बातचीत के विश्लेषण के बाद ही हो सकेगी।विमान 2016 में एयर इंडिया के बेड़े में शामिल हुआ था, DGCA (नागरिक उड्डयन महानिदेशालय) और एयर इंडिया की टीम ने संयुक्त रूप से जांच शुरू कर दी है।
पूरे देश में शोक की लहर
इस बड़े हादसे के बाद पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई है। सोशल मीडिया पर लोग #PrayForAhmedabad हैशटैग के साथ संवेदनाएँ प्रकट कर रहे हैं। कई नेता, फिल्म सितारे, और आम नागरिक इस दुर्घटना पर गहरी चिंता जता रहे हैं। यदि पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी की उपस्थिति की पुष्टि होती है, तो यह राजनीतिक हलकों के लिए भी बड़ी खबर होगी।
यह हादसा न केवल एक मानवीय त्रासदी है, बल्कि भारत की विमानन सुरक्षा प्रणाली पर भी गंभीर सवाल खड़े करता है। टेक्नोलॉजी, पायलट प्रशिक्षण, और आपातकालीन प्रतिक्रिया की समीक्षा अब अनिवार्य हो चुकी है। भारत सरकार और विमानन विभाग को इस दिशा में जल्द और कठोर कदम उठाने की आवश्यकता है।