
नेशनल डेस्क, नीतीश कुमार |
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वास्थ्य क्षेत्र की महत्वाकांक्षी योजना आयुष्मान भारत के सात वर्ष पूरे होने पर इसे एक क्रांति करार देते हुए कहा है कि इसने लाखों लोगों के लिए गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता को नए ढंग से परिभाषित किया है।
श्री मोदी ने मंगलवार को सरकारी पोर्टल 'माईगोवइंडिया' पर एक पोस्ट के जवाब में लिखा, “आज आयुष्मान भारत के सात साल पूरे हो रहे हैं। यह ऐसी पहल थी जिसने भविष्य की जरूरतों का आकलन किया और नागरिकों को उच्च गुणवत्ता व सस्ती स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने पर ध्यान केंद्रित किया। इसी कारण भारत सार्वजनिक स्वास्थ्य क्षेत्र में बदलाव का साक्षी बन रहा है। इस योजना ने लाभार्थियों को आर्थिक सुरक्षा और सम्मान प्रदान किया है। भारत ने यह दिखाया है कि करुणा, तकनीक और विस्तार के जरिए मानव सशक्तिकरण को कैसे आगे बढ़ाया जा सकता है।”
प्रधानमंत्री ने वर्ष 2018 में 'आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन-आरोग्य योजना' की शुरुआत की थी। इस योजना के तहत प्रत्येक परिवार को सालाना पाँच लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज उपलब्ध कराया जाता है। खासतौर पर ग्रामीण और गरीब तबके को सार्वभौमिक स्वास्थ्य सेवाएं देने के उद्देश्य से इसे लागू किया गया था।
पिछले वर्ष इस योजना के व्यापक विस्तार को स्वीकृति दी गई थी। इसके अंतर्गत 70 वर्ष और उससे अधिक उम्र के सभी वरिष्ठ नागरिकों को, आय की परवाह किए बिना, स्वास्थ्य बीमा सुविधा दी जा रही है। इससे लगभग साढ़े चार करोड़ परिवारों के करीब छह करोड़ वरिष्ठ नागरिक लाभान्वित हो रहे हैं। उन्हें भी प्रति परिवार पाँच लाख रुपये तक का मुफ्त स्वास्थ्य बीमा प्रदान किया जा रहा है।
मोदी सरकार इस जन-आरोग्य योजना को और अधिक सरल व सुगम बनाने के प्रयास में है, ताकि ज्यादा से ज्यादा जरूरतमंद परिवार इससे लाभान्वित हो सकें।