इशाक डार ने खारिज किया ट्रम्प का दावा, बोले- भारत ने तीसरे पक्ष की मध्यस्थता कभी नहीं मानी

विदेश डेस्क, नीतीश कुमार |
पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने भारत-पाकिस्तान जंग रुकवाने के अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प के दावे को खारिज कर दिया। उन्होंने मंगलवार को अलजजीरा को दिए इंटरव्यू में पहली बार माना कि भारत ने कभी भी दोनों देशों के बीच किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता स्वीकार नहीं की।
एंकर ने उनसे पूछा कि क्या पाकिस्तान संघर्ष के दौरान विवाद सुलझाने के लिए किसी तीसरे पक्ष को शामिल करने के लिए तैयार था? इस पर डार ने कहा कि पाकिस्तान को कोई आपत्ति नहीं थी, लेकिन भारत ने साफ कह दिया कि यह एक द्विपक्षीय मुद्दा है।
ट्रम्प ने 10 मई को सबसे पहले सीजफायर की जानकारी दी थी और इसके बाद से 30 से ज्यादा बार इसका श्रेय लिया। जबकि भारत ने स्पष्ट कर दिया कि युद्धविराम आपसी बातचीत से हुआ, इसमें किसी तीसरे पक्ष की भूमिका नहीं थी।
इशाक डार ने कहा- “हमें बातचीत में तीसरे पक्ष की मौजूदगी से आपत्ति नहीं है। हमें द्विपक्षीय बातचीत से भी कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन इसमें हर पहलू शामिल होना चाहिए। आतंकवाद, व्यापार, जम्मू-कश्मीर समेत वे सभी मुद्दे जिन पर पहले चर्चा हो चुकी है।”
डार बोले- पाकिस्तान शांति के लिए बातचीत को तैयार:
भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष 7 मई को शुरू हुआ था, जो 10 मई तक चला। इसके बाद डार ने अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो से पूछा कि क्या अमेरिका दोनों देशों के बीच विवाद सुलझा रहा है। इस पर रूबियो ने कहा कि भारत का साफ मानना है कि यह एक द्विपक्षीय मामला है।
डार ने कहा कि पाकिस्तान विवाद सुलझाने के लिए किसी से भी बातचीत को तैयार है और मानता है कि बातचीत ही आगे का रास्ता है, लेकिन इसके लिए दोनों पक्षों की भागीदारी जरूरी है।
डार ने कहा- भारत ने बातचीत प्रस्ताव ठुकराया था:
डार ने आगे बताया कि अमेरिका ने सुझाव दिया था कि बातचीत किसी तटस्थ जगह पर हो सकती है। लेकिन 25 जुलाई को वॉशिंगटन में रूबियो के साथ हुई अगली बैठक में उन्हें बताया गया कि भारत इस प्रस्ताव से सहमत नहीं है।
डार ने कहा- भारत का कहना है कि यह एक द्विपक्षीय मामला है। हम किसी चीज की भीख नहीं मांग रहे, लेकिन बातचीत के लिए दो लोगों की जरूरत होती है। अगर भारत जवाब देता है तो पाकिस्तान आज भी बातचीत को तैयार है।
बीजेपी नेता बोले- राहुल गांधी ध्यान से सुनिए, झूठ फैलाना बंद करो;
बीजेपी नेता अमित मालवीय ने इशाक डार का बयान शेयर करते हुए कहा कि भारत-पाकिस्तान सीजफायर में किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता नहीं थी।
उन्होंने लिखा: राहुल गांधी ध्यान से सुनिए, पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने खुद माना है कि भारत ने किसी भी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता को अस्वीकार किया है। झूठ फैलाना और पाकिस्तान का दुष्प्रचार दोहराना बंद करें।
पहलगाम हमले के बाद भारत ने सैन्य कार्रवाई की थी:
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला हुआ था, जिसमें 26 लोग मारे गए। इसके 15 दिन बाद, 7 मई को भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर चलाकर पाकिस्तान में कई आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। इसके बाद दोनों देशों के बीच 4 दिन तक संघर्ष चला।