Ad Image
Ad Image
टाइफून मातमो तूफान को लेकर चीन में ऑरेंज अलर्ट, सेना तैयार || हमास बंधकों को करेगा रिहा, राष्ट्रपति ट्रंप ने गाजा पर बमबारी रोकने को कहा || पहलगाम हमले के बाद पता चला कौन भारत का असली मित्र: मोहन भागवत || भारत के साथ व्यापार असंतुलन कम करने का अपने अधिकारियों को पुतिन का आदेश || मेक्सिको की राष्ट्रपति शीनबाम की इजरायल से अपील, हिरासत में लिए मेक्सिको के नागरिकों को जल्दी रिहा करें || शास्त्रीय गायक पद्मविभूषण छन्नूलाल मिश्र का मिर्जापुर में निधन, PM मोदी ने दी श्रद्धांजलि || स्वदेशी और आत्मनिर्भरता का कोई विकल्प नहीं: मोहन भागवत || अमित शाह ने कहा, देश अगले 31 मार्च तक नक्सलवादी लाल आतंक से मुक्त होगा || भारतीय क्रिकेट टीम ने जीता एशिया कप, PM समेत पूरे देश ने दी बधाई || तमिलनाडु: एक्टर विजय की रैली में भगदड़, 31 की मौत, 40 से ज्यादा घायल

The argument in favor of using filler text goes something like this: If you use any real content in the Consulting Process anytime you reach.

  • img
  • img
  • img
  • img
  • img
  • img

Get In Touch

ईरान की IRGC को मिला नया कमांडर

विदेश डेस्क, ऋषि राज |

ईरान की IRGC को मिला नया कमांडर, मोहम्मद फकपूर संभालेंगे कमान

ईरान में हुए हालिया सैन्य तनाव और इजराइली हमले के बीच एक बड़ा प्रशासनिक फैसला सामने आया है। ईरान की रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स (IRGC) को नया कमांडर मिल गया है। मेजर जनरल मोहम्मद फकपूर को IRGC का नया कमांडर नियुक्त किया गया है।

कौन हैं मोहम्मद फकपूर?

मोहम्मद फकपूर ईरान की सैन्य रणनीति और खुफिया अभियानों में लंबे समय से सक्रिय भूमिका निभाते आ रहे हैं। उन्हें IRGC में अनुशासन, रणनीतिक नेतृत्व और कट्टर राष्ट्रभक्ति के लिए जाना जाता है।
माना जा रहा है कि मौजूदा हालात में, जब ईरान को इजराइल के सीधे हमलों का सामना करना पड़ रहा है, तब फकपूर की नियुक्ति एक रणनीतिक और जवाबी कार्रवाई के तहत की गई है।

क्यों बदला गया कमांडर?

इजराइल के हालिया हमले में ईरान के कई शीर्ष सैन्य अधिकारियों के मारे जाने की खबरें सामने आई हैं।
ईरान के चीफ ऑफ स्टाफ के मारे जाने की खबरों के बीच इस बदलाव को सैन्य संतुलन बनाए रखने और जवाबी कार्रवाई की तैयारी के तौर पर देखा जा रहा है।

IRGC की भूमिका

IRGC यानी इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स, ईरान की सबसे शक्तिशाली सैन्य शाखा मानी जाती है, जिसकी भूमिका न केवल सेना के संचालन में होती है, बल्कि देश की राजनीतिक और अंतरराष्ट्रीय रणनीतियों में भी इसका बड़ा प्रभाव होता है।

अंतरराष्ट्रीय प्रभाव

मोहम्मद फकपूर की नियुक्ति से यह संकेत मिल रहा है कि ईरान अब किसी भी चुनौती के जवाब में आक्रामक रुख अपना सकता है। यह नियुक्ति केवल एक प्रशासनिक बदलाव नहीं, बल्कि आने वाले समय में ईरान की रणनीति का हिस्सा मानी जा रही है।

ईरान और इजराइल के बीच बढ़ते तनाव के बीच यह बदलाव और भी अधिक महत्वपूर्ण हो जाता है। आने वाले घंटों में ईरान की ओर से आधिकारिक बयान और रणनीतिक दिशा का ऐलान भी किया जा सकता है।