
नेशनल डेस्क, श्रेया पांडेय |
ओडिशा के कटक में दुर्गा पूजा विसर्जन जुलूस के दौरान दो गुटों के बीच झड़प और पत्थरबाजी के बाद तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई। इस घटना में पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) रिशिकेश खिल्लरी समेत कई लोग घायल हो गए। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे।
स्थिति को देखते हुए, जिला प्रशासन ने दरगाहबाजार, मंगलबाग, कैंटोनमेंट, पुरीघाट, लालबाग, बिदानसी, मार्कटनगर, सीडीए फेज-II, मालगोदाम, बड़मबाड़ी, जगतपुर, बयालिश मौजा और सदर पुलिस थाना क्षेत्र में 36 घंटे के लिए कर्फ्यू लगा दिया है। इसके अलावा, इंटरनेट और सोशल मीडिया सेवाएं भी 24 घंटे के लिए निलंबित कर दी गई हैं, ताकि अफवाहों और गलत सूचनाओं के प्रसार को रोका जा सके।
पुलिस ने इस मामले में अब तक 6 लोगों को गिरफ्तार किया है और आगे की जांच जारी है। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) वाईबी खुरानिया ने स्थिति का आकलन करने के लिए एक आपातकालीन बैठक की अध्यक्षता की और कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने हिंसा की निंदा की और नागरिकों से शांति बनाए रखने की अपील की। पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने भी इस घटना को चिंताजनक बताया और शांति बनाए रखने का आग्रह किया। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने प्रशासन पर शांतिपूर्ण विसर्जन जुलूस सुनिश्चित करने में विफल रहने का आरोप लगाया और डीसीपी और जिला कलेक्टर के तबादले की मांग की।
स्थानीय प्रशासन ने नागरिकों को आश्वासन दिया है कि शांति बनाए रखी जाएगी और आगे हिंसा को रोकने के लिए कड़े उपाय किए जाएंगे। पुलिस बल और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के जवानों को तैनात किया गया है, और संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है.