
स्टेट डेस्क, नीतीश कुमार |
कांग्रेस सत्ता में आई तो खोलेंगे मोतिहारी चीनी मिल: पप्पू यादव
मोतिहारी | महात्मा गांधी की कर्मभूमि मोतिहारी के गांधी मैदान में आयोजित हर घर अधिकार यात्रा को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेताओं ने कहा कि यह यात्रा बिहार की जनता को नई उम्मीद और आर्थिक आज़ादी का रास्ता दिखाने वाली है। सभा को संबोधित करते हुए पूर्णिया सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने कहा कि प्रियंका गांधी भारत के 140 करोड़ लोगों की आवाज़ हैं। वह गरीबों की उम्मीद, ऊर्जा का स्रोत और खुशियों की ताकत हैं। पप्पू यादव ने प्रियंका गांधी को "नफ़रत के खिलाफ आंधी" बताते हुए कहा कि वह न थकती हैं, न डरती हैं और न झुकती हैं।
उन्होंने राहुल गांधी की यात्राओं का जिक्र करते हुए कहा कि देश में शायद ही किसी नेता ने इतनी लंबी यात्राएं की हों। ये यात्राएं सत्ता पाने के लिए नहीं, बल्कि लोकतंत्र और संविधान की रक्षा के लिए थीं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोलते हुए पप्पू यादव ने कहा कि मोदी जी इस धरती पर तीन बार आए लेकिन चीनी मिलों से जुड़े वादों को कभी पूरा नहीं किया। उन्होंने आरोप लगाया कि तीन हत्याओं के बाद चीनी मिलें बेच दी गईं।
पप्पू यादव ने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में बिहार को सबसे ज्यादा उद्योग मिले थे। ढालमिया नगर, सिल्क मिल, बंदूक फैक्ट्री, दरभंगा पेपर मिल और चीनी मिलें कांग्रेस ने दीं। लेकिन बाद की सरकारों ने इन्हें बंद कर दिया। नतीजतन आज राज्य में मात्र नौ चीनी मिलें बची हैं और बिहार अब केवल 4% चीनी उत्पादन करता है।
उन्होंने दावा किया कि अगर कांग्रेस की सरकार लौटी तो फिर से बिहार को औद्योगिक बनाया जाएगा और नई चीनी मिलें खोली जाएंगी। साथ ही, पलायन रोकने और 4 करोड़ लोगों को रोजगार दिलाने की ताकत प्रियंका गांधी में है।
सभा के दौरान पप्पू यादव ने कांग्रेस द्वारा दलित समाज को दिए गए सम्मान की भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु के पहले दलित मुख्यमंत्री और बिहार के भोला पासवान शास्त्री को मुख्यमंत्री बनाने का श्रेय कांग्रेस को ही जाता है।
मोतिहारी की इस सभा में प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम, वरिष्ठ नेता तारिक अनवर, अखिलेश बाबू, सीएलपी लीडर शकील अहमद और कन्हैया कुमार समेत कई अन्य नेताओं ने भी शिरकत की।
सभा के अंत में पप्पू यादव ने संकल्प लिया कि प्रियंका गांधी आर्थिक आज़ादी की नई लड़ाई की शुरुआत इसी धरती से करेंगी और सत्ता में आने पर बिहार की खोई हुई औद्योगिक पहचान को फिर से लौटाया जाएगा।कार्यक्रम में ढाका विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी अभिजीत सिंह, पिपरा विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी अंकुश कुमार सिंह, पूर्व जिला पार्षद मोख्तार प्रसाद गुप्ता, छात्र नेता आकाश सिंह राठौड़, धीरज सिंह, रौनक़ त्यागी,मनीभूषण राय, दीपक कुमार, बिट्टू दुबे, नूरैन आलम आदि थे।