
स्टेट डेस्क, प्रीति पायल |
आरजेडी नेता लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने 24 सितंबर 2025 को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक विस्तृत पोस्ट साझा किया, जिसमें उन्होंने अपने पिता को किडनी दान करने के विवादित मुद्दे को पुनः संबोधित किया।
रोहिणी आचार्य ने अपने पोस्ट में स्पष्ट रूप से चुनौती देते हुए लिखा कि यदि किसी के पास प्रमाण है कि उन्होंने कभी अपने या किसी अन्य के लिए कोई मांग रखी है, तो वे इसे साबित करें। उन्होंने आरोप लगाया कि जो लोग झूठे आरोप लगा रहे हैं, वे किसी बड़े व्यक्ति या समूह के इशारे पर ऐसा कर रहे हैं।
इस मामले में रोहिणी के भाई तेज प्रताप यादव ने 20 सितंबर को उनका समर्थन करते हुए कहा था कि जो भी उनकी बहन का अपमान करेगा, उसे इसका परिणाम भुगतना होगा। परिवार में यह "सम्मान की लड़ाई" का रूप ले गया है।
यह विवाद सितंबर 2025 के मध्य से तेज हुआ है, जब आरजेडी में आंतरिक कलह उजागर हुई। मुख्य कारण बिहार विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी में लालू परिवार और अन्य नेताओं के बीच बढ़ता तनाव है। रोहिणी ने 18 सितंबर को एक फेसबुक पोस्ट में तेजस्वी यादव के सलाहकार संजय यादव के खिलाफ इशारा किया था।
2022 में लालू प्रसाद यादव को किडनी प्रत्यारोपण की आवश्यकता पड़ी थी। रोहिणी ने स्वयं को दाता बताया था, लेकिन कुछ अफवाहों में इसे चुनौती दी गई। अब पुनः यह मुद्दा सामने आया है, जिसे रोहिणी "नकारात्मक सोच" का परिणाम बता रही हैं। विभिन्न समाचार चैनलों और अखबारों ने इस विवाद को व्यापक कवरेज दी है। प्रभात खबर ने इसे "लालू परिवार में उबाल" बताया, जबकि TV9 हिंदी ने "लालू परिवार में महाभारत" शीर्षक से खबर प्रकाशित की। यह विवाद आरजेडी की एकजुटता को प्रभावित कर रहा है और आगामी बिहार चुनाव में पार्टी की छवि पर असर डाल सकता है। रोहिणी ने राजनीति से दूरी बनाए रखने की घोषणा की है, लेकिन सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने का संकेत दिया