स्टेट डेस्क, आर्या कुमारी |
मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी पर भोपाल पुलिस ने केस दर्ज किया है। आरोप है कि उन्होंने बिना अनुमति कृषि मंत्री के घर के बाहर प्रदर्शन किया। राज्य में किसानों की फसल के दाम को लेकर सियासी तापमान बढ़ गया है। टीटी नगर पुलिस ने जीतू पटवारी और मीडिया विभाग अध्यक्ष मुकेश नायक के खिलाफ बिना पूर्व अनुमति धरना देने का मामला दर्ज किया है। यह कार्रवाई केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के बंगले पर हुए प्रदर्शन के बाद की गई, जहां पटवारी किसानों और कार्यकर्ताओं के साथ धान व सोयाबीन की बोरी लेकर पहुंचे थे।
शिवराज खुद बाहर आए
बुधवार दोपहर पटवारी ने भावांतर योजना की विफलता और किसानों को समर्थन मूल्य न मिलने के विरोध में प्रदर्शन किया। उन्होंने कंधे पर बोरी रखकर पैदल मार्च किया, जहां पुलिस से झड़प भी हुई। पटवारी बोले, “शिवराज जी किसानों के मसीहा बनते हैं, लेकिन फसल का असली दाम कब मिलेगा? भावांतर से किसान लुट रहा है।” नारेबाजी बढ़ने पर शिवराज चौहान खुद बाहर आए और प्रतिनिधिमंडल को अंदर बुलाया। पटवारी ने सवाल किया कि यूरोपीय देशों में चलने वाली PDP प्रणाली को मध्य प्रदेश में गलत तरीके से क्यों लागू किया गया?
पुलिस का पक्ष
पुलिस का कहना है कि प्रदर्शन की कोई पूर्व सूचना नहीं थी, जिससे सुरक्षा और ट्रैफिक व्यवस्था प्रभावित हुई। टीटी नगर थाने में IPC की धारा 188 सहित अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। मुकेश नायक पर भी सहयोग का आरोप है। कांग्रेस ने इसे “लोकतंत्र का गला घोंटना” बताया। पटवारी ने कहा, “किसानों की आवाज दबाने के लिए BJP कुछ भी करेगी, लेकिन हम लड़ते रहेंगे।”
पटवारी का जवाब
सोशल मीडिया पर पटवारी ने वीडियो जारी कर कहा, “खाद, बीज व दाम की मार से किसान आत्महत्या को मजबूर हैं। शिवराज जी जवाब दें।” शिवराज चौहान ने मुलाकात के बाद कोई प्रतिक्रिया नहीं दी, जबकि उनके समर्थकों ने इसे “नाटकबाजी” करार दिया। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और कांग्रेस ने राज्यव्यापी आंदोलन की घोषणा की है।







