
राष्ट्रीय डेस्क, प्रीति पायल |
केरल के कोल्लम में ओणम पर्व के दौरान एक फूलों की पूक्कलम रंगोली में "ऑपरेशन सिंदूर" लिखने को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। स्थानीय पुलिस ने इस रंगोली को देखकर आपत्ति जताई और FIR दर्ज की है। पुलिस अधिकारियों का मानना है कि यह रंगोली "विभिन्न राजनीतिक गुटों के बीच तनाव बढ़ाने" का काम कर सकती थी। इस कार्रवाई के बाद रंगोली को हटवा दिया गया। भाजपा ने इस पुलिसिया कार्रवाई पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है और इसे राज्य की वामपंथी सरकार की अल्पसंख्यक तुष्टीकरण की नीति का नतीजा बताया है।
ऑपरेशन सिंदूर भारतीय सेना का एक वायु सेना अभियान था जो 6-7 मई 2025 को पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में चलाया गया। यह मिशन 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादी हमले का जवाब था, जिसमें 26 नागरिकों की जान गई थी। इस हमले में मुख्यतः हिंदू तीर्थयात्रियों को निशाना बनाया गया था और 'प्रतिरोध मोर्चा' नामक आतंकी समूह ने इसकी जिम्मेदारी ली थी।
भारतीय वायु सेना ने इस ऑपरेशन में जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। अभियान में SCALP क्रूज मिसाइल और हैमर प्रिसिजन-गाइडेड बम का इस्तेमाल हुआ। ऑपरेशन का नाम पहलगाम में शहीद हुई महिलाओं, खासकर विधवाओं के सम्मान में रखा गया था, क्योंकि आतंकियों ने धार्मिक पहचान के आधार पर हिंदू महिलाओं को लक्षित किया था।
भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय और केरल भाजपा ने पुलिस की इस कार्रवाई को "देश विरोधी" और "अनुचित" करार दिया है। पार्टी का कहना है कि ऑपरेशन सिंदूर भारतीय सेना की वीरता का प्रतीक है और इसका विरोध करना जवानों का अपमान है। भाजपा ने FIR तत्काल वापस लेने की मांग की है और कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है।
भाजपा ने इस मामले को केरल की LDF सरकार की तुष्टीकरण राजनीति से जोड़ा है, जबकि पुलिस प्रशासन का कहना है कि यह शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए आवश्यक कदम था।
नागपुर में एक अलग मामले में पुलिस ने केरल के छात्र कार्यकर्ता रेजाज एम शिबा सिद्दीकी को ऑपरेशन सिंदूर के विरुद्ध सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक सामग्री पोस्ट करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। उन पर भारतीय दंड संहिता की धारा 149 , 192 , 351 और 353 के तहत मुकदमा चलाया जा रहा है। पुलिस ने उसके कब्जे से माओवादी संगठनों से जुड़ी सामग्री भी बरामद की है।
दूसरी तरफ, सोनभद्र (उत्तर प्रदेश) और इंदौर (मध्य प्रदेश) के फीनिक्स सिटाडेल मॉल में भी ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को दर्शाने वाली रंगोली बनाई गई थी, लेकिन वहां कोई विरोध या पुलिसिया कार्रवाई नहीं हुई।