
केरल, श्रेयांश पराशर |
केरल के कासरगोड जिले में एक शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक पादरी पर 16 वर्षीय नाबालिग लड़के के साथ कई महीनों तक यौन शोषण करने का आरोप लगा है। आरोपी पादरी फादर पॉल थाट्टुपरम्बिल फिलहाल फरार है। वहीं चर्च से जुड़े लोग अब उसके बचाव में उतर आए हैं और पुलिस को 'अच्छे चरित्र' के समर्थन में संदेश भेजने की अपील कर रहे हैं।
यह मामला कासरगोड जिले के अथिरुम्मावु स्थित सेंट पॉल चर्च का है, जहां फादर पॉल थाट्टुपरम्बिल पिछले डेढ़ साल से पादरी के रूप में कार्यरत थे। मूल रूप से वह एर्नाकुलम के रहने वाले हैं। शिकायत के अनुसार, पादरी ने 15 मई 2024 से 13 अगस्त 2024 के बीच 11वीं कक्षा में पढ़ने वाले एक नाबालिग छात्र को अपने घर और अन्य स्थानों पर ले जाकर उसका यौन उत्पीड़न किया। यह बात तब सामने आई जब पीड़ित एक काउंसलिंग सेशन में शामिल हुआ और उसने अपनी आपबीती साझा की।
बाद में चाइल्डलाइन को सूचना दी गई, जिसके जरिए मामला पुलिस तक पहुंचा। चित्तरिक्कल पुलिस स्टेशन में पोक्सो एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। FIR के बाद से ही फादर पॉल फरार हैं।
इस बीच, चर्च के कुछ लोग पादरी को बचाने के लिए अभियान चला रहे हैं। व्हाट्सएप ग्रुप्स के जरिए एक ऑडियो मैसेज फैलाया जा रहा है, जिसमें लोगों से अपील की जा रही है कि वे पुलिस को फादर पॉल के ‘अच्छे चरित्र’ की पुष्टि वाला पत्र भेजें। कुछ रिपोर्टों में यह भी दावा किया जा रहा है कि पादरी किसी अस्पताल में भर्ती हो गए हैं, हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हुई है।
फिलहाल पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी है और पूरे मामले की जांच तेजी से की जा रही है। प्रशासन का कहना है कि कानून से ऊपर कोई नहीं है और पीड़ित को न्याय दिलाने के लिए हर जरूरी कदम उठाए जाएंगे।