स्टेट डेस्क – वेरॉनिका राय
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का माहौल गरम है और इस बार सिर्फ राजनीतिक चेहरे ही नहीं, बल्कि भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के दो बड़े सितारे भी चर्चा में हैं – खेसारी लाल यादव और पवन सिंह। छपरा सीट पर राबड़ी देवी की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने भोजपुरी स्टार खेसारी लाल यादव को टिकट दिया है। वहीं, दूसरी ओर पवन सिंह एनडीए के समर्थन में चुनाव प्रचार कर रहे हैं।
इसी बीच दोनों के बीच बयानबाज़ी ने तूल पकड़ लिया है। कुछ दिन पहले पवन सिंह ने खेसारी पर व्यक्तिगत टिप्पणी की थी, जिसके बाद अब खेसारी ने भी पलटवार किया है। बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और राजनीतिक बहस के साथ-साथ मनोरंजन जगत में भी हलचल मचा रहा है।
क्या कहा खेसारी लाल यादव ने?
मीडिया से बातचीत के दौरान जब खेसारी से पवन सिंह की टिप्पणी पर सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा:
“पवन भैया मेरे बड़े भाई हैं, लेकिन बड़े होने का मतलब यह नहीं कि वे जो चाहें कहें। मेरे बारे में उन्होंने कहा था कि ‘मैं एक पानी पे नहीं रहता।’ तो मैं बस इतना कहना चाहता हूं – कम से कम एक बीवी के साथ तो रहता हूं।” खेसारी ने यह बात हल्के व्यंग्य में कही, लेकिन यह बयान सीधे व्यक्तिगत जीवन पर हमला माना जा रहा है। पवन सिंह की शादीशुदा ज़िंदगी और विवाद कई बार सुर्खियों में रहे हैं, इसी पर खेसारी का यह तंज समझा जा रहा है।
खेसारी आगे कहते हैं:
“मैंने बहुत बार कहा है कि मैं पवन भैया और दिनेश भैया (निरहुआ) को देखकर आगे बढ़ा हूं। पर इसका मतलब यह नहीं कि मैं उनका गुलाम हूं या वो मेरे भगवान हैं। किसी का बड़ा होना उसके काम से साबित होता है, न कि उसके नाम से।”
चुनाव और छपरा सीट पर मुकाबला
* पहला चरण वोटिंग: 6 नवंबर
* दूसरा चरण वोटिंग: 11 नवंबर
* परिणाम: 14 नवंबर
छपरा सीट इस बार खास इसलिए है क्योंकि यहां दो बड़े भोजपुरी चेहरों का अप्रत्यक्ष मुकाबला देखने को मिल रहा है।
RJD उम्मीदवार: खेसारी लाल यादव
NDA प्रचारक और चेहरे: पवन सिंह
भोजपुरी भाषी इलाकों में फिल्म स्टार्स का प्रभाव काफी अधिक होता है, इसलिए यह सीट मीडिया और जनता की नज़रों में आ गई है।
‘मंदिर बनाम अस्पताल’ बयान पर क्या बोले खेसारी?
चुनाव प्रचार के दौरान खेसारी ने कहा था कि “मंदिर से ज्यादा अस्पताल, शिक्षा और रोज़गार जरूरी हैं।” इस बयान को विपक्षी दलों ने हिंदू भावनाओं पर हमला बताकर आलोचना की थी। इस पर सफाई देते हुए खेसारी ने फिर कहा:
“राम मंदिर बनाना ज़रूरी है, मैं इसका विरोध नहीं करता। लेकिन क्या अस्पताल बनाना ज़रूरी नहीं? क्या बच्चों की पढ़ाई ज़रूरी नहीं? क्या नौकरी किसी मंदिर से निकलती है? अगर मंदिर बच्चों का भविष्य तय कर सकता है, तो 200 मंदिर बनाकर दिखा दो। फिर बताओ कितने बच्चों का भविष्य बदला?”
उन्होंने यह भी कहा:
“भगवान हमारे दिलों में रहते हैं, मूर्तियों में नहीं। पर राजनीति हर बार ‘मंदिर-मस्जिद’ के नाम पर जनता को भटकाती है। असली मुद्दे नौकरी, खेती, पढ़ाई और दवाई हैं।”
* पवन सिंह ने हाल ही में खेसारी पर निजी टिप्पणी की – कहा कि “ये एक पानी पर नहीं रहता।”
* खेसारी ने जवाब दिया, लेकिन कहा कि वह व्यक्तिगत हमलों में नहीं पड़ते, बस सच्चाई बताते हैं।
राजनीति में उतरे सेलिब्रिटीज़ के बीच इस तरह की चर्चा आम है, लेकिन इस बार मामला निजी जीवन तक पहुंच गया है, जिससे दोनों पक्षों के फैंस सोशल मीडिया पर भिड़े हुए हैं।
* खेसारी लाल यादव लगातार जनसभाएं कर रहे हैं और चुनाव में खुद को “गरीबों का बेटा” बताकर समर्थन मांग रहे हैं।
* पवन सिंह एनडीए के लिए प्रचार करते हुए RJD पर और खेसारी पर हमला कर रहे हैं।
* दोनों का विवाद चुनाव की दिशा प्रभावित कर सकता है, क्योंकि दोनों की फैन फॉलोइंग लाखों में है।
बिहार चुनाव 2025 में इस बार सिर्फ राजनीतिक दल नहीं, बल्कि भोजपुरी इंडस्ट्री भी खुलकर शामिल हो चुकी है। खेसारी बनाम पवन का यह “स्टार वॉर” चुनावी गर्मी को और तेज़ कर रहा है। अब देखना दिलचस्प होगा कि 14 नवंबर को जनता किसे जीत का ‘सुपरहिट’ सर्टिफिकेट देती है – खेसारी को, या जिस पक्ष में पवन प्रचार कर रहे हैं।







