
विदेश डेस्क, ऋषि राज |
अमेरिकी राष्ट्रपति ने किया बड़ा बयान, इजरायली हमले को बताया जवाबी कार्रवाई,गाजा पट्टी में इजरायली सेना की भीषण कार्रवाई और मानवीय संकट के बीच अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बड़ा बयान दिया है। ट्रंप ने गाजा में चल रहे सैन्य अभियान को "नरसंहार" कहे जाने से इनकार किया है। उन्होंने इस युद्ध के लिए हमास को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि यह सब कुछ हमास के नेतृत्व वाले 7 अक्टूबर 2023 के हमले के बाद शुरू हुआ।
व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बातचीत के दौरान ट्रंप ने कहा, “गाजा में जो कुछ हो रहा है, वह युद्ध की स्थिति है। मैं इसे नरसंहार नहीं मानता। इजरायल ने हमास के आतंकवादी हमले के जवाब में कार्रवाई की है।”
ट्रंप ने कहा कि 7 अक्टूबर के हमले में "कुछ भयानक घटनाएं" हुईं और यह युद्ध उसी का परिणाम है। उनका यह बयान ऐसे समय आया है जब गाजा में इजरायली हमले और मानवीय सहायता पर प्रतिबंधों के चलते भुखमरी और कुपोषण से सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है।
अंतरराष्ट्रीय संगठनों का आरोप:
ह्यूमैनिटेरियन संगठनों का कहना है कि गाजा में पहुंचाई जा रही मानवीय सहायता बेहद कम है और यह वहां की जरूरतों के मुकाबले पूरी तरह नाकाफी है। संयुक्त राष्ट्र और अन्य मानवाधिकार संगठनों ने गाजा में उत्पन्न हालात को मानवीय त्रासदी करार दिया है और तुरंत युद्धविराम की अपील की है।
इजरायली सेना का पक्ष:
इजरायली डिफेंस फोर्स (IDF) का कहना है कि उनकी कार्रवाई का मकसद हमास के आतंकी ठिकानों को खत्म करना है। हाल ही में IDF ने दावा किया था कि उन्होंने हमास के डिप्टी कमांडर सलाह अल-दिन जारा को एक हमले में मार गिराया है।
राजनीतिक विश्लेषण:
डोनाल्ड ट्रंप का यह बयान आगामी अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के मद्देनजर भी अहम माना जा रहा है, जहां अंतरराष्ट्रीय नीति और पश्चिम एशिया में अमेरिकी भूमिका बड़ा मुद्दा बन सकता है।
गाजा में स्थिति बेहद गंभीर बनी हुई है। जहां एक ओर इजरायल और हमास के बीच संघर्ष थमने का नाम नहीं ले रहा, वहीं दूसरी ओर आम नागरिकों को भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है। ऐसे में डोनाल्ड ट्रंप का यह बयान दुनिया भर में अलग-अलग प्रतिक्रियाएं पैदा कर रहा है।