विदेश डेस्क, ऋषि राज |
गाजा शांति शिखर सम्मेलन के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपने मजबूत रिश्तों को दुनिया के सामने रखा। मिस्र में आयोजित इस सम्मेलन में ट्रंप ने भारत को “एक महान देश” बताया और कहा कि “उस देश के शीर्ष पर मेरा एक बहुत अच्छा दोस्त है, जिसने शानदार काम किया है।” उनके इस बयान के दौरान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ भी पीछे खड़े होकर यह बातें सुन रहे थे।
ट्रंप ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत ने विश्व मंच पर अपनी मजबूत पहचान बनाई है। उन्होंने कहा कि “भारत और अमेरिका के संबंध पहले से कहीं ज्यादा अच्छे हैं और यह प्रधानमंत्री मोदी की दूरदृष्टि और नेतृत्व का परिणाम है।” इस मौके पर ट्रंप ने दावा किया कि उनके कार्यकाल में लिए गए कुछ आर्थिक फैसलों, विशेषकर टैरिफ नीति, ने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को कम करने में अहम भूमिका निभाई थी।
ट्रंप का बयान और उसका सन्देश
शिखर सम्मेलन के दौरान ट्रंप ने कहा, “भारत एक महान देश है जिसके शीर्ष पर मेरा बहुत अच्छा मित्र है और उसने शानदार काम किया है। मुझे लगता है कि भारत और पाकिस्तान भविष्य में अच्छे संबंध रखेंगे।” ट्रंप का यह बयान ऐसे समय आया है जब कुछ ही महीने पहले भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव बढ़ा था।
ट्रंप ने कहा कि उन्होंने अंतरराष्ट्रीय विवादों को सुलझाने में अपनी टैरिफ नीति का प्रभावी इस्तेमाल किया। उन्होंने दावा किया कि, “मैंने टैरिफ के जरिए कई विवाद सुलझाए, जिसमें भारत और पाकिस्तान के बीच का तनाव भी शामिल था। जब दोनों देश युद्ध के करीब पहुंच गए थे, मैंने दोनों को चेतावनी दी कि अगर उन्होंने बातचीत नहीं की, तो मैं उनके ऊपर 100%, 150%, या 200% तक के टैरिफ लगा दूंगा।”
ट्रंप के अनुसार, उनकी इस चेतावनी के बाद हालात तेजी से सामान्य हुए। उन्होंने कहा कि “मेरी धमकी के 24 घंटे के भीतर दोनों देशों ने बातचीत शुरू कर दी और हालात नियंत्रण में आ गए।” ट्रंप ने फॉक्स न्यूज को दिए एक साक्षात्कार में भी यह दावा दोहराया कि उनके दबाव की नीति ने दक्षिण एशिया में शांति स्थापित करने में योगदान दिया।
शहबाज शरीफ के सामने मोदी की तारीफ
इस सम्मेलन का दिलचस्प पहलू यह रहा कि जब ट्रंप भारत और मोदी की तारीफ कर रहे थे, तब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ भी वहां मौजूद थे। अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षकों का मानना है कि ट्रंप का यह बयान एक तरह से पाकिस्तान के लिए संदेश था कि अमेरिका अब भारत को क्षेत्रीय स्थिरता के प्रमुख स्तंभ के रूप में देखता है।
राजनयिक महत्व
ट्रंप के इस बयान को भारत-अमेरिका संबंधों की मजबूती के प्रतीक के रूप में देखा जा रहा है। मोदी और ट्रंप के बीच व्यक्तिगत संबंधों ने दोनों देशों के बीच रक्षा, प्रौद्योगिकी और ऊर्जा सहयोग को नई दिशा दी थी। विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रंप की प्रशंसा से भारत की वैश्विक स्थिति और भी मजबूत होगी, खासकर ऐसे समय में जब दक्षिण एशिया में भू-राजनीतिक प्रतिस्पर्धा बढ़ रही है।
ट्रंप ने गाजा शांति शिखर सम्मेलन में न केवल पीएम मोदी की तारीफ की, बल्कि भारत को “विश्व शांति और स्थिरता का प्रमुख भागीदार” बताया। उनके इस बयान से भारत-अमेरिका संबंधों की मजबूती का संदेश एक बार फिर पूरी दुनिया में गया है।







