
स्टेट डेस्क, आर्या कुमारी |
गाली-गलौज की राजनीति से नाराज प्रशांत किशोर, कहा- बेरोजगारी और पलायन पर कोई उत्तर नहीं देता
जमुई में बिहार बदलाव यात्रा के दौरान प्रशांत किशोर ने भाजपा, राजद और कांग्रेस पर तीखा हमला किया। उन्होंने आरोप लगाया कि ये पार्टियां सिर्फ आपस में गाली-गलौज करती हैं लेकिन बिहार की बेरोजगारी, शिक्षा व पलायन जैसे वास्तविक मसलों पर मौन धारण किए रहती हैं।
जन सुराज अभियान के नेता प्रशांत किशोर मंगलवार को अपनी बिहार बदलाव यात्रा के तहत जमुई आए। यहां उन्होंने पहले एक विशाल जनसभा को संबोधित किया और बाद में पत्रकारों से मुलाकात की। इस मौके पर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव पर कड़े प्रश्न खड़े किए।
प्रशांत किशोर ने बताया कि इंडी गठबंधन के मंच से गाली-गलौज की राजनीति चल रही है। राहुल गांधी और तेजस्वी यादव पीएम मोदी को गालियां देंगे, तो पीएम मोदी भी उनके विरुद्ध कड़े शब्दों का प्रयोग करेंगे। परंतु इनमें से कोई भी यह स्पष्ट नहीं करेगा कि बिहार में बेरोजगारी कब समाप्त होगी, बच्चों की शिक्षा और रोजगार की दशा कब बेहतर होगी और पलायन कब थमेगा।
उन्होंने बताया कि बिहार की जनता को इससे कोई सरोकार नहीं कि कौन किसे गाली दे रहा है। वास्तविकता यह है कि बिहार के नौजवान पूरे देश में अपमानित हो रहे हैं। लोग उन्हें बिहारी कहकर अपमानित करते हैं, मारपीट करते हैं। यह प्रदेश के नेताओं की विफलता है।
तेजस्वी यादव के डांस वाले वायरल वीडियो पर प्रशांत किशोर ने टिप्पणी की कि जब राघोपुर के निवासी बाढ़ की विपदा झेल रहे हैं, तब उनके विधायक तेजस्वी पटना में घूमते और नृत्य करते दिख रहे हैं। इससे स्पष्ट होता है कि उन्हें जनता की परेशानियों से कोई सरोकार नहीं है।
उन्होंने कहा कि जन सुराज की शक्ति का प्रभाव यह है कि पहले जो नेता सिर्फ जाति और धर्म की राजनीति करते थे, वे अब रोजगार, शिक्षा और उद्योग लगाने की चर्चा करने लगे हैं। तेजस्वी यादव जैसे नेता भी अब पलायन और रोजगार पर बोलने को बाध्य हैं।
भाजपा सांसद संजय जायसवाल के लगाए आरोप और मुकदमे के संदर्भ में प्रशांत किशोर ने कहा कि कहावत है, जब गीदड़ की मृत्यु आती है तो वह शहर की तरफ दौड़ता है। आज ऐसे नेताओं का बुरा वक्त है, इसलिए वे उलझाने का प्रयास कर रहे हैं।