स्टेट डेस्क, प्रीति पायल |
कर्नाटक के चिकमंगलूर जिले में एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जहाँ वैवाहिक विवाद ने भयानक मोड़ ले लिया। विवाह के मात्र पाँच माह बाद, जब पत्नी ने तलाक की इच्छा जताई और उत्पीड़न के विरुद्ध पुलिस में रिपोर्ट दायर की, तो पति ने गुस्से में आकर कुल्हाड़ी से उसकी जान ले ली।
यह हादसा चिकमंगलूर (कर्नाटक का प्रसिद्ध हिल स्टेशन) में 13 अक्टूबर 2025 को हुआ। दंपति का विवाह मई 2025 के आसपास संपन्न हुआ था। महिला स्थानीय निवासी थी जो पारिवारिक उत्पीड़न के कारण मायके चली गई थी और कानूनी कार्रवाई की तैयारी कर रही थी। आरोपी: पति (पहचान गुप्त रखी गई) जो विवादों में उलझा हुआ था।
नवविवाहित जोड़े के बीच शुरुआत में सब कुछ ठीक दिखा, परंतु जल्दी ही घरेलू मुद्दों - जैसे दहेज संबंधी विवाद, पारिवारिक दायित्व या अन्य झगड़े - के कारण समस्याएं बढ़ने लगीं। स्थिति बिगड़ने पर महिला ने स्थानीय थाने में उत्पीड़न की FIR दर्ज कराई और तलाक की प्रक्रिया आरंभ करने का निर्णय लिया।
13 अक्टूबर के दिन, पति ने पत्नी को मिलने के लिए बुलाया या स्वयं उससे मिलने गया। बातचीत के दौरान विवाद बढ़ गया और क्रोधावेश में पति ने घर में रखी कुल्हाड़ी से महिला पर कई घातक वार किए। घटना की गंभीरता ऐसी थी कि महिला की तुरंत मृत्यु हो गई। आसपास के लोगों ने शोर सुनकर पुलिस को सूचित किया।
पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम हेतु भेजा, जिससे कुल्हाड़ी के घावों की पुष्टि हुई, आरोपी को भागने से पूर्व ही हिरासत में ले लिया गया | IPC की धारा 302 (हत्या) के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया है, जांच में पारिवारिक पृष्ठभूमि और उत्पीड़न की शिकायतों की समीक्षा की जा रही है | स्थानीय प्रशासन ने महिलाओं के विरुद्ध हिंसा रोकने हेतु जन जागरूकता कार्यक्रम शुरू करने की घोषणा की है
यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना भारत में बढ़ते वैवाहिक संघर्ष और घरेलू हिंसा की चिंताजनक तस्वीर प्रस्तुत करती है। हाल के समय में अनेक मामले देखने को मिले हैं जहाँ तलाक की मांग पर पुरुष हिंसक व्यवहार अपनाते हैं। कर्नाटक सरकार द्वारा महिलाओं के लिए उपलब्ध हेल्पलाइन (1091) और कानूनी मदद के बावजूद, यह मामला दिखाता है कि उत्पीड़न के विरोध में आवाज उठाना कितना जोखिम भरा हो सकता है।







