लोकल डेस्क, एन. के. सिंह।
RJD के स्टीकर लगे 3 लाख नकद ज़ब्त, BJP प्रत्याशी और समर्थकों पर FIR दर्ज; आचार संहिता उल्लंघन पर प्रशासन का 'कठोर प्रहार', लोकतंत्र को प्रभावित करने की कोशिश नाकाम, जिला प्रशासन की पैनी नज़र...
पूर्वी चंपारण: चुनावों को देखते हुए जिला प्रशासन की सख्त निगरानी ने चुनाव से महज कुछ घंटे पहले सोमवार को लोकतंत्र विरोधी गतिविधियों पर ज़ोरदार वार किया है। फ्लाइंग स्क्वायड (FS) टीमों ने लगातार कार्रवाई करते हुए एक ही दिन में दो बड़े मामलों को उजागर कर राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मचा दिया है।RJD स्टीकर के साथ 3 लाख कैश बरामद नगर थाना क्षेत्र से मिली गोपनीय सूचना के आधार पर फ्लाइंग स्क्वायड टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए सबा खान के आवास पर छापेमारी की। यह छापेमारी उस समय चर्चा का विषय बन गई जब तलाशी के दौरान लिफाफों में रखे गए 3,00,000- (तीन लाख रुपये) की बड़ी नकद राशि बरामद की गई।
सबसे सनसनीखेज खुलासा यह हुआ कि इस नकद राशि के साथ ही वहाँ से राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के स्टीकर भी मिले हैं। पुलिस अधीक्षक (SP) स्वर्ण प्रभात ने इस बात की पुष्टि करते हुए बताया कि इस मामले में नगर थाना, मोतिहारी में प्राथमिकी (FIR) दर्ज कर ली गई है और मामले की गहन विधिक कार्रवाई शुरू कर दी गई है। इतनी बड़ी नकदी का मिलना और उसे एक राजनीतिक दल के स्टिकर से जोड़कर देखा जाना, चुनाव में 'कैश फॉर वोट' की आशंका को जन्म देता है।
चिरैया विधानसभा में BJP प्रत्याशी समेत समर्थकों पर FIR:
प्रशासन ने दूसरे मामले में भी जीरो-टॉलरेंस की नीति दिखाई है। पताही थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले चिरैया विधानसभा क्षेत्र में नकद वितरण की सूचना पर मजिस्ट्रेट की टीम ने त्वरित कार्रवाई की। जाँच के आधार पर, चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन पाए जाने पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) के प्रत्याशी लाल बाबू गुप्ता और उनके समर्थकों के विरुद्ध प्राथमिकी (FIR) दर्ज की गई है।
जिला प्रशासन ने अपने बयान में कठोर शब्दों में स्पष्ट किया है कि निर्वाचन प्रक्रिया को प्रभावित करने, मतदाताओं को प्रलोभन देने, नकद वितरण करने, या किसी भी अवैध गतिविधि में शामिल होने वालों पर कठोरतम कानूनी कार्रवाई की जाएगी।SP स्वर्ण प्रभात का बयान: "जिला प्रशासन द्वारा चुनाव आचार संहिता के पालन हेतु निरंतर निगरानी रखी जा रही है। आज दो अलग-अलग मामलों में फ्लाइंग स्क्वायड टीमों द्वारा कार्रवाई की गई है। किसी भी प्रकार के प्रलोभन या अवैध गतिविधि पर कठोरतम कार्रवाई की जाएगी, ताकि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित हो सके।"
इन दो बड़ी कार्रवाइयों ने न केवल पूर्वी चंपारण में चुनाव को लेकर गंभीर माहौल बना दिया है, बल्कि यह संदेश भी दिया है कि प्रशासन किसी भी कीमत पर लोकतंत्र की पवित्रता भंग नहीं होने देगा। यह देखना दिलचस्प होगा कि इन कार्रवाइयों का आगामी चुनाव प्रचार पर क्या असर पड़ता है।







