स्टेट डेस्क, आर्या कुमारी।
बिहार पुलिस को नक्सल विरोधी अभियान के तहत एक बड़ी सफलता मिली है। जमुई जिले में चलाए गए डी-माइनिंग सर्च ऑपरेशन के दौरान सुरक्षा बलों ने भारी मात्रा में विस्फोटक और हथियार बरामद किए। यह संयुक्त अभियान एसएसबी, जमुई पुलिस और मुजफ्फरपुर पुलिस की टीम ने मिलकर चलाया।
कार्रवाई सिमुलतला से करीब 10 किलोमीटर दूर धोड़पारन के जंगली इलाके में की गई। पुलिस के मुताबिक, एसएसबी की 16वीं वाहिनी को गुप्त सूचना मिली थी कि नक्सलियों ने इस क्षेत्र में विस्फोटक छुपा रखे हैं। सूचना मिलते ही निरीक्षक (सामान्य) प्रदीप कुमार बर्मन के नेतृत्व में टीम मौके पर पहुंची और इलाके की सर्चिंग शुरू की।
तलाशी के दौरान पटवा नाला के पास जंगल में रखे एक पुराने बोरे में संदिग्ध धातुनुमा सामान मिला। टीम ने सुरक्षा घेराबंदी करते हुए उसे सुरक्षित तरीके से कब्जे में लिया। जांच करने पर बोरे में कई प्रकार के विस्फोटक और हथियार पाए गए, जिन्हें नक्सल गतिविधियों से जोड़कर देखा जा रहा है।
बरामद वस्तुओं में एक देसी मास्केट (लांग बैरल बंदूक), तीन डेटोनेटर, लगभग 700 ग्राम अमोनियम नाइट्रेट, चार Neogel स्टिक, 8 एमएम का एक कारतूस, 12 बोर के दो कारतूस, 12 बोर के पांच खोखे और पांच देसी हैंड ग्रेनेड शामिल हैं। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि नक्सलियों की कौन-सी योजना के तहत यह सामग्री यहां छुपाई गई थी।
इस कार्रवाई के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने इलाके में निगरानी और सख्त कर दी है। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सर्च ऑपरेशन को और तेज कर दिया गया है ताकि किसी भी संभावित खतरे को पहले ही रोका जा सके।







