लोकल डेस्क, एन. के. सिंह।
भाजपा, मोदी और ' वोट लूटेरों पर साधा निशाना। ढाका, पताही, जिहुली और शिवहर में 'स्कूल के बस्ता' छाप को मौका देने की अपील।
पूर्वी चंपारण: जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने शनिवार को मोतिहारी, ढाका, पताही, जिहुली और शिवहर में आम जनता को संबोधित करते हुए बिहार की राजनीति को एक नई दिशा देने की पुरजोर अपील की। ढाई वर्ष पूर्व पदयात्रा के दौरान किए गए "बीजारोपण" की चर्चा करते हुए, उन्होंने जन सुराज को अब "छोटा पौधा" से "बढ़कर पेड़" बनने की बात कही और उम्मीद जताई कि यह जल्द ही फल देगा और जनता को "छाया" भी मिलेगी। अपने संबोधन के दौरान प्रशांत किशोर ने स्पष्ट किया कि वह वोट मांगने नहीं आए हैं, जैसा कि उन्होंने पिछले साढ़े तीन सालों से नहीं किया है। उन्होंने कहा, "जिसको वोट देना है, दीजिए हम वोट नहीं मांगते हैं पिछले साढ़े तीन सालों से, आज भी नहीं मांगेंगे, लेकिन इतना जरूर कहेंगे कि अच्छे आदमी को जिताइए।"
अच्छे आदमी को जिताने की कसमें
किशोर ने अपने कार्यकर्ताओं को भी नसीहत देते हुए कहा, "हम तो रोज मन से कहतानी की जन सुराज से खराब कोई आदमी खड़ा हो जाए, ना जीते के चाही, अच्छा आदमी जीते के चाही, बिहार जीते के चाही।" उन्होंने चेतावनी दी कि अगर गलत आदमी किसी भी दल से जीता, तो बिहार का भला नहीं होगा। उन्होंने स्थानीय उम्मीदवारों को जांचने और परखने की अपील करते हुए कहा: "अगर आप बिहार के सुधार चाहा तानी, त जौन तीन उम्मीदवार खड़ा बा, उनका के देख ली जान ली, परख ली, और जो अच्छा लगे उनका वोट दी।" उन्होंने स्पष्ट कहा कि चाहे ढाका से डॉ. एलबी प्रसाद हों या संजय सिंह, जनता उन्हें जाँच, परख कर ही वोट दे, और जे भी जीते अईसन आदमी जीते जे लूटेरा ना होखे, लइकन के भविष्य ना बेचे।
भाजपा और मोदी सरकार पर सीधा हमला
प्रशांत किशोर ने केंद्र की भाजपा सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थकों पर तीखा हमला बोला। उन्होंने छठ महापर्व के दौरान बिहार आने वाले यात्रियों की दुर्दशा पर सवाल उठाया।
उन्होंने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा, "जितना मोदी जी के भक्त लोग हैं देख लीजिए टीवी में की चार पांच दिन से जो बिहार के बच्चे छठ में घर आना चाहते हैं, पैसा देकर भी पैसेंजर ट्रेन में जानवर के जैसे खींचा कर आ रहे हैं, कोई पूछे वाला नहीं है।" 'सस्ता डेटा' की घोषणा पर तंज कसते हुए किशोर ने कहा: "कह कर गए कि हम सस्ता डेटा दे रहे हैं, चाय से भी सस्ता डेटा दे रहे हैं, त हमरा बिहार में बच्चा के नौकरी चाही। बच्चे लोग गुजरात में मजदूरी करेंगे और बूढ़े मां-आप लोग घर पर मोबाइल से डेटा लेके देखेंगे, ये सब ठीक लगेगा।" उन्होंने साफ कहा कि बिहार के लोगों को रोजगार चाहिए और उन्हें ट्रेन पकड़कर गुजरात नहीं जाना है।
जाति की राजनीति से ऊपर उठने की अपील
जिहुली गांव को "पढ़े-लिखे, समझदार और बुद्धिजीवी लोगों का गांव" बताते हुए उन्होंने जाति की राजनीति से बाहर निकलने की अपील की। प्रशांत किशोर ने भावुक अपील करते हुए कहा, "जाति के नाम पर वोट बहुत दिया गया है। एक बार अपना लइका के खातिर बिहार के सुरक्षा के खातिर वोट दी।"
अंत में, प्रशांत किशोर ने जनता से "स्कूल के बस्ता छाप" पर वोट देने की पुरजोर अपील की और कहा कि अगर बिहार को सुधारना है, बेरोजगारी खत्म करनी है और पलायन रोकना है, तो जन सुराज को एक मौका दें। उन्होंने वादा किया कि अगर जन सुराज के लोग चोरी करेंगे, तो जनता उन्हें वही बैठा के जवाब मांगेगी।







