स्टेट डेस्क, नीतीश कुमार।
बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस पार्टी आंतरिक विवादों में उलझती दिख रही है। टिकट बंटवारे को लेकर मचे हंगामे के बीच अब बगावत का नया मामला सामने आया है। पूर्णिया जिले की कस्बा विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक रहे अफाक आलम का टिकट कटने के बाद उन्होंने खुले तौर पर पार्टी नेतृत्व पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
रविवार को पूर्णिया में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अफाक आलम ने सांसद पप्पू यादव की मौजूदगी में प्रदेश अध्यक्ष, सीएलपी लीडर और प्रभारी पर टिकट के बदले पैसों के लेनदेन का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में अब टिकट योग्यता या जनाधार नहीं, बल्कि सिफारिश और पैसों के आधार पर दिए जा रहे हैं। समर्पित कार्यकर्ताओं की कोई अहमियत नहीं रह गई है, जो पार्टी के लिए लड़ते हैं उन्हें किनारे किया जा रहा है।
अफाक आलम ने मीडिया को एक ऑडियो भी जारी किया है, जिसमें उनकी और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम के बीच टिकट को लेकर बातचीत सुनाई दे रही है। (इस ऑडियो की पुष्टि डी मीडिया जंक्शन नहीं करता)। बातचीत में अफाक टिकट की पैरवी करते सुने जा सकते हैं, जबकि राजेश राम संकेतों में कुछ समझाने की कोशिश करते हैं।
ऑडियो में दोनों नेताओं के बीच कथित रूप से टिकट से जुड़ी बातचीत में पप्पू यादव का भी जिक्र आता है। राजेश राम कहते हैं कि मेरी तरफ से ओके है, लेकिन पप्पू यादव बीच में हैं। इस पर अफाक आलम पूछते हैं पप्पू यादव कौन हैं? बताया जा रहा है कि यह ऑडियो स्वयं अफाक आलम की ओर से जारी किया गया है। इस मामले पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष से संपर्क की कोशिश की जा रही है, जबकि पप्पू यादव किसी बैठक में होने के कारण उपलब्ध नहीं हो सके।
गौरतलब है कि 2020 के विधानसभा चुनाव में अफाक आलम ने कस्बा सीट से कांग्रेस के टिकट पर जीत दर्ज की थी। उन्होंने लोजपा प्रत्याशी प्रदीप कुमार दास को हराया था, जिन्हें 60,029 वोट मिले थे। इस बार कांग्रेस ने उनकी जगह मो. इरफान आलम को उम्मीदवार बनाया है। अफाक आलम का टिकट कटना महागठबंधन के लिए मुश्किलें बढ़ा सकता है, क्योंकि एनडीए पहले से ही इस क्षेत्र में अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश में है।







