
विदेश डेस्क, ऋषि राज |
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप आज भारतीय समयानुसार रात 12:30 बजे व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस से राष्ट्र को संबोधित करेंगे। इस संबोधन को लेकर दुनिया भर में गहरी उत्सुकता और अटकलों का माहौल है, क्योंकि यह स्पष्ट नहीं है कि ट्रंप किस विषय पर एलान करने जा रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय मीडिया और विश्लेषकों के अनुसार यह घोषणा अमेरिका की घरेलू या वैश्विक नीतियों से जुड़ा बड़ा निर्णय हो सकता है।
ट्रंप का यह संबोधन ऐसे समय पर आ रहा है जब वैश्विक स्तर पर कई घटनाएँ हो चुकी हैं। चीन के तियानजिन में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की बैठक, भारत-रूस की उच्च स्तरीय वार्ता और अमेरिका में टैरिफ को लेकर कोर्ट का ताज़ा फैसला हाल ही में सामने आया है। इसके अलावा, अमेरिका में सोमवार को लेबर डे की छुट्टी थी और मंगलवार से कांग्रेस का सत्र फिर शुरू हो रहा है। इस सत्र पर सरकार के शटडाउन का खतरा मंडरा रहा है। ऐसे में राष्ट्रपति का अचानक से संबोधन तय होना, राजनीतिक महत्व को और बढ़ाता है।
संभावित मुद्दे
घोषणा के संभावित विषयों पर अभी तक कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है, लेकिन विश्लेषकों का मानना है कि यह कदम अमेरिकी रक्षा नीति, टैरिफ व्यवस्था, या अंतरराष्ट्रीय व्यापार से जुड़ा हो सकता है। अमेरिकी मीडिया का अनुमान है कि चीन और रूस से जुड़ी रणनीतिक घोषणाएँ, या फिर घरेलू स्तर पर आर्थिक नीतियों से संबंधित कोई बड़ा फैसला सामने आ सकता है। कुछ रिपोर्ट्स में यह भी कहा जा रहा है कि सरकार के शटडाउन संकट से निपटने के लिए ट्रंप कोई नया कदम उठा सकते हैं।
वैश्विक असर
इस संबोधन को लेकर न केवल अमेरिका बल्कि पूरी दुनिया के निवेशक, कारोबारी और राजनैतिक हलके उत्सुकता से इंतजार कर रहे हैं। ब्लूमबर्ग और वॉल स्ट्रीट जर्नल जैसी वित्तीय एजेंसियों का कहना है कि राष्ट्रपति की घोषणा का सीधा असर वैश्विक शेयर बाजारों और मुद्रा विनिमय दरों पर पड़ सकता है। पहले भी ट्रंप द्वारा टैरिफ और व्यापार पर लिए गए निर्णयों ने अंतरराष्ट्रीय बाजार की दिशा बदल दी है।
आज रात होने वाला यह संबोधन अमेरिकी राजनीति और वैश्विक अर्थव्यवस्था दोनों के लिए महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है। फिलहाल यह रहस्य बना हुआ है कि राष्ट्रपति ट्रंप किस मुद्दे पर राष्ट्र को संबोधित करेंगे, लेकिन इतना तय है कि यह घोषणा घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों स्तर पर गहरा असर छोड़ने वाली है।