
विदेश डेस्क, श्रेयांश पराशर l
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गाज़ा में जारी संघर्ष को लेकर इज़रायल से तत्काल बमबारी बंद करने का आह्वान किया है। ट्रंप का यह बयान ऐसे समय में आया है जब हाल ही में हमास ने इज़रायली बंधकों को रिहा करने पर सहमति जताई। इसके बाद ट्रंप ने शुक्रवार को इज़रायल सरकार से आग्रह किया कि वह तुरंत गाज़ा पर हवाई हमले रोक दे और मानवीय संकट को और गहराने से बचाए।
ट्रंप ने पहले भी रविवार की शाम को हमास को चेतावनी देते हुए कहा था कि अगर वह अमेरिकी मध्यस्थता से बनी उनकी 20 सूत्रीय शांति योजना को स्वीकार नहीं करता, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस योजना में गाज़ा में संघर्ष विराम, मानवीय सहायता की निर्बाध आपूर्ति और एन्क्लेव के पुनर्निर्माण की रूपरेखा शामिल है। ट्रंप ने यह भी स्पष्ट किया कि अमेरिका, बंधकों की रिहाई के बाद शांति स्थापित करने के लिए हरसंभव कदम उठाने को तैयार है।
गाज़ा में हालात बेहद गंभीर बने हुए हैं। लगातार हवाई हमलों से बड़ी संख्या में नागरिक प्रभावित हुए हैं। अस्पतालों में दवाओं और बिजली की भारी कमी हो गई है। संयुक्त राष्ट्र और कई अंतरराष्ट्रीय एजेंसियां बार-बार संघर्ष विराम की अपील कर चुकी हैं, लेकिन अब तक स्थिति पूरी तरह नियंत्रित नहीं हो पाई है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि इज़रायल ट्रंप की अपील मानकर बमबारी रोकता है, तो इससे शांति प्रक्रिया को गति मिल सकती है और गाज़ा में राहत कार्य शुरू करने का रास्ता खुलेगा। वहीं, हमास पर भी अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ रहा है कि वह भविष्य में संघर्ष से दूर रहे और राजनीतिक समाधान का रास्ता अपनाए।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय की निगाहें अब इज़रायल की अगली कार्रवाई पर टिकी हैं। आने वाले कुछ दिनों में यह साफ होगा कि क्या ट्रंप की अपील से गाज़ा संकट का हल निकल पाएगा या हालात और बिगड़ेंगे।