
विदेश डेस्क, ऋषि राज |
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जापान पर टैरिफ घटाया, दोनों देशों के बीच बड़ा व्यापार समझौता....
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जापान के साथ हुए नए व्यापार समझौते के तहत जापानी गाड़ियों पर लगने वाले टैरिफ को 27.5% से घटाकर 15% करने का आदेश जारी किया है। यह फैसला जापान की विशाल ऑटो इंडस्ट्री के लिए बड़ी राहत माना जा रहा है, जिसे पिछले कुछ वर्षों से अमेरिकी वैश्विक टैरिफ नीति के कारण नुकसान उठाना पड़ा था। ट्रंप प्रशासन का यह कदम दोनों देशों के आर्थिक और रणनीतिक संबंधों को और मजबूत करेगा।
जापानी ऑटो इंडस्ट्री को राहत
इस समझौते के बाद जापानी कंपनियों, खासकर टोयोटा, होंडा और निसान जैसी बड़ी ऑटो निर्माता कंपनियों ने राहत की सांस ली है। टोयोटा ने इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा, “हमारी 80% गाड़ियां अमेरिका में ही तैयार होती हैं, लेकिन यह समझौता हमारे लिए स्पष्टता और स्थिरता लेकर आया है।” विशेषज्ञों का कहना है कि टैरिफ में कमी आने से जापानी कंपनियों को अमेरिकी बाजार में प्रतिस्पर्धा बनाए रखने में मदद मिलेगी।
अमेरिकी बाजार में निवेश और समझौते की शर्तें
जापान ने इस समझौते के बदले अमेरिका में 550 अरब डॉलर का निवेश करने का वादा किया है। यह निवेश विभिन्न क्षेत्रों—इक्विटी, लोन और सरकारी गारंटी—के जरिए किया जाएगा। अमेरिकी सरकार द्वारा चुने गए प्रोजेक्ट्स में यह पूंजी लगाई जाएगी। इसके साथ ही, जापान ने 100 बोइंग विमान खरीदने और अमेरिकी रक्षा कंपनियों के साथ सालाना रक्षा खर्च को 14 अरब से बढ़ाकर 17 अरब डॉलर करने का भी समझौता किया है।
कृषि क्षेत्र में बढ़ेगी खरीद
जापान ने अमेरिका से चावल की खरीद 75% बढ़ाने और 8 अरब डॉलर के कृषि उत्पाद, जैसे मक्का, सोयाबीन, खाद और बायोएथनॉल, आयात करने का भरोसा दिलाया है। हालांकि, जापानी अधिकारियों ने यह भी स्पष्ट किया कि वे अपने कृषि क्षेत्र को किसी भी प्रकार की क्षति नहीं होने देंगे।
टैरिफ रेट्रोएक्टिव होगा
ट्रंप प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया है कि कुछ टैरिफ रियायतें 7 अगस्त से रेट्रोएक्टिव रूप से लागू होंगी, यानी इनका प्रभाव पहले की तारीख से मान्य होगा। यह जापानी कंपनियों के लिए और अधिक राहत लेकर आएगा। जापान के व्यापार वार्ताकार रयोसेई अकाजावा ने कहा कि यह समझौता उनकी अमेरिका की दसवीं यात्रा के बाद संभव हो सका है।
द्विपक्षीय व्यापार संतुलन
दोनों देशों के बीच 2024 में 230 अरब डॉलर का व्यापार हुआ था, जिसमें जापान को 70 अरब डॉलर का अधिशेष प्राप्त हुआ। इस समझौते के बाद माना जा रहा है कि अमेरिका-जापान के व्यापारिक रिश्तों में और सुधार होगा और द्विपक्षीय सहयोग नई ऊंचाइयों पर पहुंचेगा।
अन्य क्षेत्रों पर असर
नए समझौते के तहत जापान को चिप्स और दवाओं पर सबसे कम टैरिफ देना होगा, जबकि कमर्शियल विमान और उनके पार्ट्स पर कोई शुल्क नहीं लगेगा। इससे जापानी कंपनियों को टेक्नोलॉजी और हेल्थकेयर सेक्टर में भी लाभ होगा। डोनाल्ड ट्रंप का यह कदम केवल जापान की ऑटो इंडस्ट्री को राहत ही नहीं देता, बल्कि दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करता है। कृषि, रक्षा, विमानन और तकनीकी क्षेत्रों में सहयोग से आने वाले वर्षों में अमेरिका और जापान के संबंध और गहरे होने की उम्मीद है।