स्टेट डेस्क, आर्या कुमारी।
दारौंदा विधानसभा क्षेत्र से लगातार तीसरी बार जीत दर्ज कर चुके विधायक व्यास सिंह उर्फ करणजीत सिंह को मंत्री बनाए जाने की मांग अब और प्रबल हो गई है। क्षेत्र की विभिन्न पंचायतों, सामाजिक संगठनों और युवा समूहों ने उनके नाम पर एकमत होते हुए सरकार से मंत्री पद देने की अपील की है।
दारौंदा प्रखंड प्रमुख प्रतिनिधि उमेश सिंह का कहना है कि विधायक ने दारौंदा में सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य और पेयजल जैसी बुनियादी सुविधाओं के विकास में अहम पहल की है। उनका मानना है कि मंत्री पद मिलने से क्षेत्र के विकास कार्यों को और गति मिलेगी।
समर्थकों का दावा है कि विधायक की छवि एक सक्रिय और जनसरोकारों से जुड़े नेता की रही है। उनका कहना है कि कैबिनेट में जगह मिलना दारौंदा के लिए बड़ी उपलब्धि होगी। इसी को लेकर समर्थक संगठनात्मक स्तर पर प्रतिनिधिमंडल के माध्यम से सरकार को ज्ञापन सौंपने की तैयारी में हैं।
करसौत के मुखिया रामकृष्ण सिंह उर्फ काका का कहना है कि जनता की आम धारणा है कि विधायक अधिकतर समय क्षेत्र में उपस्थित रहते हैं और लोगों की बातें सीधे सुनते हैं। वहीं मुखिया अरुण सिंह का कहना है कि पार्टी संगठन में उनकी पकड़ और लगातार चुनावी मजबूती उन्हें मंत्री पद का उपयुक्त दावेदार बनाती है। राजनीतिक हलकों में भी उनके नाम की चर्चा बढ़ गई है, हालांकि सरकार की ओर से अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
व्यास सिंह को मंत्री पद देने की प्रमुख वजहों में उनका विकास कार्यों में सक्रिय योगदान और क्षेत्रीय संतुलन शामिल है। जिले के प्रमुख शिक्षा विद् प्रो बीके सिंह शिक्षा–स्वास्थ्य क्षेत्र में उनकी पहल को मंत्री पद के लिए उपयुक्त मानते हैं। मुखिया निरंजन सिंह युवाओं में उनकी लोकप्रियता को देखते हुए कहते हैं कि रोजगार शिविर, खेल आयोजन और युवाओं से संवाद उनकी बड़ी ताकत है। भजन गायक मनन गिरी मधुकर क्षेत्रीय संतुलन की आवश्यकता बताते हुए कहते हैं कि दारौंदा क्षेत्र को मंत्री पद मिलने से राज्य स्तर पर उचित प्रतिनिधित्व मिलेगा। क्षेत्रीय लोगों का मानना है कि सड़क, पुल-पुलिया, पेयजल, बिजली और स्वास्थ्य सुविधाओं में विधायक की पहल स्पष्ट रूप से देखी गई है और उनका कार्यकाल विकास के लिहाज़ से सकारात्मक माना जाता है।







