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दरभंगा: गालीबाज रिजवी निकला ओवैसी का फैन

स्टेट डेस्क, प्रीति पायल |

बिहार के दरभंगा जिले में 27 अगस्त 2025 को कांग्रेस और राजद की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के दौरान मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी दिवंगत मां के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने के मामले में मोहम्मद रिजवी उर्फ राजा को गिरफ्तार किया गया है। यह घटना जाले विधानसभा क्षेत्र के सिमरी थाना क्षेत्र स्थित अतरबेल में हुई थी। यहां कांग्रेस टिकट के दावेदार मोहम्मद नौशाद द्वारा बनाए गए मंच से रिजवी ने आपत्तिजनक शब्द कहे थे। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही राजनीतिक बवाल खड़ा हो गया।

आरोपी मोहम्मद रिजवी

  • पहचान: 20–25 वर्ष का युवक, दरभंगा के सिंघवारा थाना क्षेत्र के भपुरा गांव का निवासी।
  • पेशा: पिकअप वैन चालक, साथ ही पिता मोहम्मद अनीस की पंचर दुकान पर भी काम करता है।
  • परिवार: आठ भाई-बहनों में सबसे छोटा।
  • राजनीतिक सक्रियता: स्थानीय स्तर पर राजनीतिक और सामाजिक आयोजनों में शामिल रहता है। पहले AIMIM (असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी) की सभाओं में दिखा, हाल में कांग्रेस कार्यक्रमों में भी मौजूद रहा, लेकिन वह कांग्रेस का पदाधिकारी नहीं है।
  • आपराधिक पृष्ठभूमि: पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, कोई पूर्व आपराधिक इतिहास नहीं है। हालांकि वह NRC विरोधी आंदोलन में सक्रिय रहा था।

कांग्रेस और राजद ने आगामी विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर यह यात्रा शुरू की थी। राहुल गांधी और तेजस्वी यादव इसके नेतृत्व में 27 अगस्त को दरभंगा पहुंचे। इसी दौरान सिमरी के बिठौली चौक पर नौशाद के मंच से रिजवी ने "वोट चोर, गद्दी छोड़" जैसे नारे लगाए और प्रधानमंत्री व उनकी मां के लिए अपमानजनक भाषा का प्रयोग किया। वीडियो सामने आते ही बीजेपी ने तीखा विरोध दर्ज कराया।

पुलिस कार्रवाई

28 अगस्त को दरभंगा बीजेपी जिलाध्यक्ष आदित्य नारायण चौधरी की शिकायत पर सिमरी थाना में एफआईआर (कांड संख्या 243/25) दर्ज हुई। इसमें BNSS की कई धाराओं (196, 296, 152, 353(2), 356(1), 356(2), 3(5)) और IT एक्ट की धारा 67 को शामिल किया गया। वीडियो के आधार पर पहचान कर पुलिस ने उसी रात सिंघवारा से रिजवी को पकड़ लिया। 29 अगस्त को कोर्ट में पेशी के बाद उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

नौशाद की सफाई

मंच तैयार कराने वाले कांग्रेस नेता व टिकट दावेदार मोहम्मद नौशाद ने वीडियो वायरल होने के बाद माफी मांगी और कहा कि वह घटना के समय मंच पर मौजूद नहीं थे। उन्होंने इसे अपनी छवि खराब करने की साजिश बताया। हालांकि पुलिस सूत्रों के अनुसार, फिलहाल नौशाद फरार हैंl 

राजनीतिक प्रतिक्रियाएं

  • बीजेपी: पार्टी ने इसे लोकतंत्र पर प्रहार बताया। गृह मंत्री अमित शाह, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और मंत्री नितिन नवीन ने राहुल गांधी और तेजस्वी यादव से सार्वजनिक माफी की मांग की।
  • पटना में विरोध:  29 अगस्त को बीजेपी कार्यकर्ताओं ने सदाकत आश्रम (कांग्रेस कार्यालय) पर प्रदर्शन किया। वहां कांग्रेस समर्थकों से उनकी झड़प हो गई, जिसमें लाठी-डंडे और पत्थरबाजी हुई तथा कई लोग घायल हुए।
  • कांग्रेस-राजद: कांग्रेस ने स्पष्ट किया कि रिजवी उनका कार्यकर्ता नहीं है। नौशाद ने भी इसे साजिश बताते हुए खेद जताया। राहुल और तेजस्वी की ओर से कोई आधिकारिक बयान अब तक सामने नहीं आया।

सोशल मीडिया पर भ्रम

कुछ पोस्टों में रिजवी को बीजेपी कार्यकर्ता बताकर तस्वीरें शेयर की गईं। दरअसल यह तस्वीर मध्य प्रदेश के बीजेपी कार्यकर्ता नेक मोहम्मद रिजवी की थी, जिन्होंने इस भ्रामक प्रचार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई। स्थानीय लोगों के अनुसार, रिजवी पहले AIMIM की सभाओं में भीड़ जुटाने के लिए पैसे लेकर लोगों को ले जाता था, लेकिन उसकी सदस्यता पक्की नहीं थी। बिहार राज्य महिला आयोग ने मामले पर संज्ञान लेते हुए दरभंगा डीएम को कार्रवाई का निर्देश दिया है। पुलिस वीडियो फुटेज की गहन जांच कर रही है और अन्य संदिग्धों की तलाश में जुटी है। दरभंगा की यह घटना अब राज्य की राजनीति में बड़ा मुद्दा बन चुकी है। बीजेपी इसे महागठबंधन की असफलता और लोकतंत्र के अपमान से जोड़ रही है, जबकि कांग्रेस व राजद इसे साजिश कहकर बचाव कर रहे हैं। आगे की पुलिस जांच और अदालत की सुनवाई से पूरे मामले की सच्चाई सामने आने की उम्मीद है।