स्टेट डेस्क, प्रीति पायल |
बिहार के दरभंगा शहर में 5 से 7 दिसंबर 2025 तक तीन दिवसीय 49वां बीजेएआइकोन (BJAICON) 2025 आयोजित होने जा रहा है। Bihar-Jharkhand Association of Otolaryngologists of India Conference के इस वार्षिक राष्ट्रीय सम्मेलन में कान, नाक और गले (ENT) के विशेषज्ञ भाग लेंगे।
मिथिलांचल कान, नाक, गला संस्था (Mithilanchal ENT Association) द्वारा आयोजित इस सम्मेलन का मुख्य स्थल दरभंगा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल या उससे जुड़ा सम्मेलन केंद्र होगा, हालांकि कुछ सत्र स्थानीय होटलों में भी संचालित हो सकते हैं। संस्था के अध्यक्ष डॉ. सुधीर कुमार मांझी के नेतृत्व में यह आयोजन पूरे भारत से लगभग 1,000 ENT डॉक्टरों को एक मंच पर लाएगा, जिनमें सर्जन, शोधकर्ता, युवा चिकित्सक और अंतरराष्ट्रीय वक्ता शामिल होंगे।
सम्मेलन की थीम "Innovative Approaches in ENT: From Diagnosis to Advanced Surgery" रखी गई है। इस थीम के तहत एंडोस्कोपी, लेजर सर्जरी और AI-सहायता प्राप्त डायग्नोस्टिक्स जैसी आधुनिक तकनीकों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। रजिस्ट्रेशन, वर्कशॉप सेटअप, अतिथि आवास और तकनीकी सहायता सहित सभी तैयारियां लगभग पूर्ण हो चुकी हैं।
मिथिलांचल क्षेत्र, जो बिहार का एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और चिकित्सा केंद्र है, इस सम्मेलन के माध्यम से स्थानीय डॉक्टरों को राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता का अवसर प्राप्त होगा। साइनसाइटिस, सुनने की समस्या, और थायरॉइड विकार जैसी ENT बीमारियों के इलाज में क्षमता निर्माण इस आयोजन का प्रमुख उद्देश्य है।
BJAICON भारत के प्रमुख ENT इवेंट्स में गिना जाता है और Association of Otolaryngologists of India (AOI) के क्षेत्रीय अध्याय के रूप में कार्य करता है। यह प्लेटफॉर्म ENT क्षेत्र में नवीनतम शोध और प्रथाओं को साझा करने का माध्यम बनता है। विशेष रूप से नवजात शिशुओं में जन्मजात बहरेपन (कॉन्गेनिटल डेफनेस) पर केंद्रित इस सम्मेलन में आयोजक माता-पिता को जागरूक करने के लिए विशेष कैंपेन चला रहे हैं। गौरतलब है कि 48वां BJAICON 2024 पटना में आयोजित हुआ था, जिसमें 800 से अधिक प्रतिभागी शामिल हुए थे।
सम्मेलन में लेक्चर, वर्कशॉप, पैनल डिस्कशन और पोस्टर प्रेजेंटेशन की श्रृंखला होगी। पहले दिन यानी 5 दिसंबर को बिहार के स्वास्थ्य मंत्री या स्थानीय विधायक मुख्य अतिथि के रूप में उद्घाटन समारोह में शामिल होंगे। दिल्ली AIIMS के प्रो. डॉ. द्वारा "ENT in Digital Era" पर कीनोट लेक्चर दिया जाएगा। इसके अलावा एंडोस्कोपिक साइनस सर्जरी (ESS) और ऑडियोलॉजी टेस्टिंग पर वर्कशॉप आयोजित होंगी। शाम को मिथिला लोक नृत्य पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया जाएगा।
दूसरे दिन 6 दिसंबर को "COVID-19 के बाद ENT चुनौतियाँ" विषय पर पैनल डिस्कशन होगा, जिसमें हैदराबाद के डॉ. जीवे एस राव सहित अन्य विशेषज्ञ भाग लेंगे। थायरॉइड सर्जरी और कोक्लियर इम्प्लांट पर हैंड्स-ऑन ट्रेनिंग सत्र चलेंगे। इस दिन 100 से अधिक शोध पत्र पोस्टर सेशन में प्रस्तुत किए जाएंगे और अंतरराष्ट्रीय वक्ता द्वारा "Voice Disorders Management" पर गेस्ट लेक्चर दिया जाएगा।
तीसरा और अंतिम दिन 7 दिसंबर को समापन सत्र के साथ बेस्ट पेपर और बेस्ट पोस्टर के लिए अवार्ड वितरण होगा। 50वें BJAICON के लिए भविष्य की योजनाओं पर चर्चा की जाएगी और स्थानीय अस्पताल से लाइव सर्जरी डेमो प्रसारित किया जाएगा।
4 दिसंबर को प्री-कॉन्फ्रेंस वर्कशॉप आयोजित होगी, जो नवजात सुनने की जांच पर केंद्रित होगी - यह विषय अगस्त 2025 के एक पूर्व वर्कशॉप में भी चर्चा का केंद्र रहा था। युवा डॉक्टरों के लिए फेलोशिप के अवसर और नेटवर्किंग सेशन उपलब्ध होंगे। ऑनलाइन लाइव स्ट्रीमिंग की सुविधा AOI की वेबसाइट पर दी जाएगी।
प्रमुख वक्ताओं में हैदराबाद से डॉ. जीवे एस राव (ENT सेंसिटिविटी पर लेक्चर), दरभंगा से डॉ. सुधीर कुमार मांझी (आयोजन चेयरमैन और नवजात बहरेपन के विशेषज्ञ), तथा दिल्ली RML अस्पताल के पूर्व HOD शामिल हैं। इसके अतिरिक्त AOI के राष्ट्रीय पदाधिकारी और 20 से अधिक शहरों के प्रोफेसर भी भागीदारी करेंगे।
रजिस्ट्रेशन ओवरसब्सक्रिप्शन के कारण बंद हो चुका है, लेकिन ऑन-साइट स्पॉट रजिस्ट्रेशन संभव है। सदस्यों के लिए शुल्क ₹3,000-5,000 के बीच है, जबकि गैर-सदस्यों के लिए यह अधिक होगा।







