स्टेट डेस्क, प्रीति पायल |
दिल्ली में छठ महापर्व के लिए व्यापक आयोजन चल रहे हैं। विशेषकर यमुना नदी के तट पर मॉडल घाटों का तेज गति से निर्माण हो रहा है, जो वर्षों के प्रतिबंध के बाद भक्तों के लिए राहत की बात है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने 22 अक्टूबर 2025 को मीडिया के सामने इसकी संपूर्ण जानकारी प्रस्तुत की।
वर्षों से (मुख्यतः 2021 के उपरांत) यमुना घाटों पर छठ आराधना पर लगे सरकारी बंधन के कारण पूर्वांचली समुदाय परेशान था। नई भाजपा प्रशासन ने इस रोक को समाप्त किया है। सीएम रेखा गुप्ता ने घोषणा की, "यमुना में छठ आराधना के प्रतिबंध को हमारी सरकार ने हटाया। हम सुनिश्चित करेंगे कि श्रद्धालु निर्मल जल में खड़े होकर उपासना कर सकें।"
2021 में यमुना तट पर पूजा करने वाले भक्तों के विरुद्ध दायर सभी न्यायिक मामले वापस लिए जाएंगे। यह पहल पूर्वांचल मोर्चा और भाजपा की चुनावी प्रतिबद्धताओं की पूर्ति का अंग है। दिल्ली में लगभग 1500 स्थानों पर छठ आराधना संपन्न होगी, जिसमें यमुना किनारे के प्राकृतिक और कृत्रिम (मॉडल) घाट सम्मिलित हैं। गत वर्ष मात्र 929 स्थानों पर पूजा हुई थी, किंतु इस बार 1000+ समितियों ने पूर्व में ही अनुमति की मांग की है।
पल्ला से कालिंदी कुंज के बीच यमुना के किनारे 17 मॉडल (अस्थायी) घाटों का निर्माण प्रगति पर है। ये घाट आधे से डेढ़ किमी तक विस्तृत होंगे, जिनमें तंबू, विद्युत, पेयजल, चाय-नाश्ता व्यवस्था, पुष्प सज्जा आदि समस्त सुविधाएं उपलब्ध होंगी। 5 वर्ष पश्चात यमुना पर पूजा की अनुमति मिली है। यमुना घाटों के अतिरिक्त द्वारका, हाथी घाट, पीतमपुरा, सोनिया विहार जैसे चार स्थानों पर भव्य आयोजन होंगे। उद्यानों और अन्य जगहों पर कृत्रिम घाटों की तैयारी भी चल रही है। कुल मिलाकर 1300+ यमुना-संबंधी घाटों पर ध्यान केंद्रित है।
घाटों की स्वच्छता के लिए विशेष मिशन संचालित हो रहा है। सांसद, विधायक और पार्षद अपने-अपने क्षेत्रों में व्यक्तिगत निरीक्षण करेंगे। यमुना के झाग को समाप्त करने हेतु रसायनिक प्रयोग हो रहा है, जबकि इससे पर्यावरणीय विवाद भी जन्मा है। भाजपा का कहना है कि जल को पूजा-योग्य बनाने के लिए संभावित सभी प्रयास हो रहे हैं।
हर घाट पर नोडल अधिकारी की तैनाती होगी। एनओसी (अनुमति) के लिए एकल खिड़की प्रणाली लागू है। कला, संस्कृति एवं भाषा विभाग 200+ स्थानों पर लोकगीत, नृत्य और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करेगा। छठ पूजा के दौरान डेढ़ दिवसीय अवकाश दिया जाएगा, जिससे लोग बिना बाधा के सहभागिता कर सकें।
छठ पूजा कार्यक्रम (2025): छठ महापर्व 25 से 28 अक्टूबर तक मनाया जाएगा:
- 25 अक्टूबर: नहाय-खाय (स्नान और भोजन)
- 26 अक्टूबर: खरना (व्रत का द्वितीय दिन)
- 27 अक्टूबर: संध्या अर्घ्य (सूर्य को अर्घ्य)
- 28 अक्टूबर: उषा अर्घ्य (सूर्योदय पर अर्घ्य) और परन (व्रत समापन)
बिहार चुनाव पूर्व भव्य आयोजन
यह तैयारी बिहार विधानसभा चुनाव (नवंबर 2025) से पूर्व भाजपा के पूर्वांचली वोट बैंक सुदृढ़ीकरण की रणनीति का भाग मानी जा रही है। दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, "हमारे छह माह अन्य सरकारों के 25 वर्ष के समान हैं।" विपक्ष (आप) ने प्रदूषण और रसायन उपयोग पर प्रश्न उठाए हैं।
यह छठ पूजा दिल्ली के पूर्वांचली समुदाय के लिए विशिष्ट महत्व रखती है, और सरकार दीपावली समान भव्यता का आश्वासन दे रही है







