
नेशनल डेस्क, नीतीश कुमार ।
केंद्रीय श्रम एवं रोजगार तथा युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने कहा कि देश में व्यापक नीतियों, प्रक्रियाओं और डिजिटल सुधारों के माध्यम से सामाजिक सुरक्षा को मज़बूत बनाया जा रहा है।
भारत को 'सामाजिक सुरक्षा में उत्कृष्ट उपलब्धि' के लिए अंतर्राष्ट्रीय सामाजिक सुरक्षा संघ (आईएसएसए) पुरस्कार 2025 से सम्मानित किया गया। डॉ. मांडविया ने मलेशिया के कुआलालंपुर में आईएसएसए विश्व सामाजिक सुरक्षा मंच पर पुरस्कार प्राप्त करने के बाद कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अंत्योदय दृष्टिकोण से प्रेरित होकर भारत समावेशी और सार्वभौमिक सामाजिक सुरक्षा की दिशा में अग्रसर है।
उन्होंने बताया कि सामाजिक सुरक्षा कवरेज 2015 में 19 प्रतिशत से बढ़कर 2025 में 64.3 प्रतिशत हो गया है और 940 मिलियन से अधिक नागरिकों तक पहुंचा है। इसी उपलब्धि के लिए भारत को आईएसएसए पुरस्कार से सम्मानित किया गया और आईएसएसए महासभा में 30 सीटों के साथ सर्वोच्च वोट शेयर हासिल किया।
डॉ. मांडविया ने ई-श्रम पोर्टल का विशेष उल्लेख करते हुए कहा कि यह एक राष्ट्रीय डिजिटल डेटाबेस है जो 31 करोड़ से अधिक असंगठित श्रमिकों को सामाजिक कल्याण योजनाओं से जोड़ने वाला "वन-स्टॉप सोल्यूशन" प्रदान करता है। उन्होंने राष्ट्रीय करियर सेवा (एनसीएस) पोर्टल का भी उल्लेख किया, जो नौकरी चाहने वालों और नियोक्ताओं को एक साझा मंच पर लाने के लिए डिजिटल उपकरणों से सुसज्जित है। एनसीएस के माध्यम से कुशल युवाओं को सामाजिक सुरक्षा लाभों के साथ वैश्विक अवसरों तक पहुंच मिलती है।
डॉ. मांडविया ने कहा कि तकनीकी और श्रम बाजार में बदलावों के साथ सामाजिक सुरक्षा की भूमिका बढ़ रही है। भारत वित्तीय पहुंच, कौशल विकास, स्वरोज़गार और डिजिटल नवाचार को मिलाकर एक समग्र दृष्टिकोण के तहत आय के नए अवसर और सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित कर रहा है। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया के युवाओं को प्रेरित करने और भविष्य को आकार देने में अग्रणी भूमिका निभाने के लिए तैयार है।