
मोतिहारी, एन.के. सिंह |
पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो मुख्य अभियुक्तों हरिलाल साह और विगु साह को गिरफ्तार कर लिया है, और आगे की जाँच जारी है।
रामगढ़वा थाना क्षेत्र के दोस्तिया गाँव में बुधवार, 4 जून 2025 को एक ज़मीनी विवाद ने हिंसक रूप ले लिया, जिसके परिणामस्वरूप दो महिलाएँ गंभीर रूप से घायल हो गईं। इस घटना के बाद रामगढ़वा पुलिस ने त्वरित और प्रभावी कार्रवाई करते हुए मामले के दो मुख्य आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार कर लिया। यह मामला रामगढ़वा थाना में कांड संख्या-188/25 के तहत दर्ज किया गया है, और पुलिस आगे की जाँच में जुट गई है।
दोस्तिया गाँव में ज़मीन के एक पुराने और लंबे समय से चले आ रहे विवाद को लेकर दो पक्षों के बीच अचानक हिंसक झड़प हो गई। विवाद इतना बढ़ गया कि कुछ हमलावरों ने लाठी-डंडों से दो महिलाओं पर बेरहमी से हमला कर दिया, जिससे उन्हें शरीर पर गंभीर चोटें आईं। इस घटना से गाँव में दहशत का माहौल बन गया। जैसे ही घटना की सूचना रामगढ़वा पुलिस को मिली, पुलिस तुरंत सक्रिय हो गई और बिना किसी देरी के मामला दर्ज कर विस्तृत जाँच शुरू कर दी।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई, दो मुख्य आरोपी दबोचे गए
इस संवेदनशील मामले की गंभीरता को देखते हुए, पुलिस अधीक्षक के सीधे निर्देश पर एक विशेष छापामारी दल का गठन किया गया। इस दल ने बिना समय गंवाए, 4 जून 2025 को ही दोस्तिया गाँव में ताबड़तोड़ छापेमारी की। पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई के तहत, इस कांड के दो मुख्य अभियुक्तों को उनके घर से धर दबोचा गया। गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों की पहचान हरिलाल साह (पिता- विगु साह, निवासी दोस्तिया, थाना- रामगढ़वा, जिला- पूर्वी चंपारण, मोतिहारी) और विगु साह (पिता- स्वर्गीय रामचंद्र साह, निवासी दोस्तिया, थाना- रामगढ़वा, जिला- पूर्वी चंपारण, मोतिहारी) के रूप में हुई है। गिरफ्तारी के तुरंत बाद, दोनों अभियुक्तों को 4 जून 2025 को ही माननीय न्यायालय में पेश किया गया।
"जन विश्वास संकल्प हमारा" पुलिस अभियान का सफल प्रदर्शन
बिहार पुलिस के "जन विश्वास संकल्प हमारा" के नारे को इस सफल छापामारी अभियान ने पूरी तरह से चरितार्थ किया। इस महत्वपूर्ण कार्रवाई में पुलिस के कई वरिष्ठ और अनुभवी अधिकारियों ने अपनी अहम भूमिका निभाई। छापामारी दल का नेतृत्व श्री धीरेन्द्र कुमार, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, रक्सौल, मोतिहारी ने किया। उनके साथ पु०नि० अशोक कुमार पाण्डेय, अंचल पुलिस निरीक्षक, सुगौली, मोतिहारी, पु०अ०नि० अमरजीत कुमार, थानाध्यक्ष, रामगढ़वा थाना; पु०अ०नि० कृष्णा जी राय, रामगढ़वा थाना, और परि०पु०अ०नि० सुजित कुमार, रामगढ़वा थाना भी शामिल थे।
इसके अतिरिक्त, रामगढ़वा थाना के सशस्त्र बल और चौकीदार भी इस अभियान का महत्वपूर्ण हिस्सा रहे, जिन्होंने आरोपियों को पकड़ने में मदद की।
पुलिस ने बताया कि मामले की आगे की जाँच लगातार जारी है और इस घटना में शामिल अन्य दोषियों की गिरफ्तारी के लिए भी निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। दोस्तिया गाँव में हुई इस हिंसक घटना ने एक बार फिर ग्रामीण क्षेत्रों में ज़मीनी विवादों के बढ़ते मामलों और उनके हिंसक परिणामों की गंभीरता को उजागर किया है। स्थानीय प्रशासन ने गाँव वालों और क्षेत्र की जनता से शांति बनाए रखने और किसी भी प्रकार के विवाद को कानून के दायरे में रहकर सुलझाने की अपील की है ताकि भविष्य में ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं को रोका जा सके।