निफ्टेम कुंडली, हरियाणा ने बिरौली में लहसुन प्रसंस्करण से दी महिला उद्यमी को नई दिशा
स्टेट डेस्क
‘ग्राम अंगीकरण कार्यक्रम’ के तहत निफ्टेम–कुंडली, हरियाणा की टीम ने मोरसंड और बलहा गांव की महिलाओं को लहसुन प्रसंस्करण के छेत्र में उद्यमिता व मूल्य संवर्धन की नई तकनीक से रू ब रू कराया।यह एक दिवसीय कार्यक्रम कृषि विज्ञान केंद्र बिलौरी के सौजन्य से आयोजित किया गया। इस कार्यशाला के दौरान उद्यमशीलता के अवसरों, FSSAI लाइसेंसिंग और MSME पंजीकरण पर ग्रामीणों को दी जानकारी
कार्यक्रम का संचालन निफ्टेम कुंडली के प्राध्यापक डॉ नितिन कुमार, डॉ शेखर अग्निहोत्री और विद्यार्थियों द्वारा किया गया, जिन्होंने लहसुन से बनने वाले चार प्रमुख उत्पादों लहसुन पाउडर , लहसुन पेस्ट, लहसुन अचार, लहसुन फ्लेक्स की तैयारी, प्रोसेसिंग तकनीक, पैकेजिंग और बाजार में बिक्री की संभावनाओं पर व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया।
टीम ने बताया कि लहसुन आधारित उत्पादों का प्रसंस्करण किसानों की आय बढ़ाने का बेहद प्रभावी तरीका है। इससे उत्पाद की शेल्फ लाइफ बढ़ती है, स्थानीय स्तर पर ब्रांड बनाने का अवसर मिलता है और छोटे स्तर पर भी स्वरोजगार शुरू किया जा सकता है।
उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से छात्रों ने FSSAI लाइसेंसिंग प्रक्रिया, MSME रजिस्ट्रेशन, लेबलिंग, पैकेजिंग, ब्रांडिंग और बाजार से जुड़ने की रणनीतियों पर भी विस्तार से जानकारी दी। स्थानीय महिलाओं ने प्रशिक्षण में उत्साहपूर्वक भाग लिया और लहसुन से मूल्यवर्धित उत्पाद बनाने में गहरी रुचि दिखाई। कृषि विज्ञान केंद्र, बिरौली से डॉ आर के तिवारी ने इन गांवों में तकनीकी सहयोग और मार्गदर्शन प्रदान करने की प्रशंसा की, ताकि ग्रामीण समुदाय आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर और उद्यमशील बन सके। इस कार्यक्रम में श्रीमती विनीता कश्यप, डॉ धीरू तिवारी उपस्थित रहे।







