
विदेश डेस्क, ऋषि राज |
नेपाल सरकार ने सोशल मीडिया पर लगे प्रतिबंध को हटाने का बड़ा फैसला लिया है। सोमवार देर रात काठमांडू से प्रकाशित “कान्तिपुर ऑनलाइन” ने सरकारी सूत्रों के हवाले से जानकारी दी कि देश में युवाओं की बढ़ती मांग को ध्यान में रखते हुए सोशल मीडिया पर लगे प्रतिबंध को समाप्त किया जाएगा।
सरकारी प्रवक्ता का बयान
सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी मंत्री तथा सरकार के प्रवक्ता पृथ्वी सुब्बा गुरूंग ने कहा कि युवाओं की आवाज़ और उनकी मांग को ध्यान में रखते हुए सरकार ने यह निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया पर लगे प्रतिबंध को जल्द हटाया जाएगा ताकि नागरिकों, विशेषकर युवाओं को डिजिटल प्लेटफॉर्म का उपयोग करने में कोई कठिनाई न हो।
हाल के महीनों में नेपाल में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का दुरुपयोग बढ़ने की शिकायतें सामने आई थीं। अफवाह फैलाने, अशांतियाँ भड़काने और सार्वजनिक व्यवस्था प्रभावित करने जैसी घटनाओं को देखते हुए सरकार ने सुरक्षा के लिहाज से सोशल मीडिया पर अस्थायी प्रतिबंध लगा दिया था। इसके बाद कई संगठन और युवा समूह सरकार से सोशल मीडिया पर प्रतिबंध हटाने की मांग कर रहे थे।
युवाओं की आवाज़ का सम्मान
सरकार का मानना है कि डिजिटल प्लेटफॉर्म युवाओं के लिए अभिव्यक्ति का साधन है। सोशल मीडिया न केवल संवाद का माध्यम है, बल्कि शिक्षा, व्यवसाय और सामाजिक जुड़ाव के लिए भी बेहद जरूरी है। मंत्री गुरूंग ने कहा कि “युवाओं की मांग को ध्यान में रखते हुए और उनकी डिजिटल स्वतंत्रता को सुनिश्चित करते हुए सरकार प्रतिबंध हटाने का कदम उठा रही है।”
शांति और जिम्मेदारी का संदेश
सरकार ने यह भी कहा है कि सोशल मीडिया का उपयोग जिम्मेदारी के साथ करना चाहिए। गलत सूचनाओं और अफवाहों से बचने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश भी जारी किए जाएंगे। इसके साथ ही, नागरिकों से अपील की गई है कि वे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का उपयोग विवेकपूर्ण तरीके से करें।
आने वाले दिनों में बदलाव
सूत्रों के अनुसार, सोशल मीडिया पर प्रतिबंध हटाने की प्रक्रिया बहुत जल्द शुरू कर दी जाएगी। विशेषज्ञों का मानना है कि इससे नेपाल में डिजिटल संवाद को नई ऊर्जा मिलेगी और युवाओं को उनकी आवाज़ बुलंद करने का मंच मिलेगा।
हिंसा और अफवाहों के कारण नेपाल सरकार ने पहले सोशल मीडिया पर प्रतिबंध लगाया था। लेकिन युवाओं की बढ़ती मांग और संवाद की आवश्यकता को देखते हुए सरकार ने प्रतिबंध हटाने का फैसला लिया। अब सोशल मीडिया को जिम्मेदारी के साथ उपयोग करने की अपील की गई है ताकि गलत सूचनाओं से उपजी अशांति दोबारा न फैले। प्रतिबंध हटने से नागरिकों, विशेषकर युवाओं को संवाद, शिक्षा और जानकारी तक बेहतर पहुँच मिलेगी। साथ ही, जिम्मेदारी के साथ सोशल मीडिया का उपयोग करने की पहल भी की जाएगी।