स्टेट डेस्क, आर्या कुमारी।
मोतिहारी से लगभग 1000 किलोमीटर दूर नोएडा में अपनी प्रेमी के साथ मिली गुंजा, जबकि उसके पति पर हत्या का आरोप लगाकर उसे जेल भेज दिया गया था। यह मामला अब लोगों को हैरान कर रहा है, क्योंकि पति पिछले चार महीनों से जेल में बंद था और उसकी पत्नी जिंदा निकल आई।
गुंजा की शादी मार्च 2025 में रंजीत के साथ हुई थी। शुरुआती कुछ महीने सब सामान्य रहे, लेकिन 3 जुलाई की रात वह ससुराल से अचानक लापता हो गई। सीसीटीवी फुटेज में गुंजा को अकेले घर से निकलते देखा गया था। काफी खोजबीन के बाद भी जब वह नहीं मिली, तो रंजीत ने थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई, लेकिन पुलिस ने उसके बताए सीसीटीवी सबूत को गंभीरता से नहीं लिया।
इसी बीच, गुंजा के मायके वालों ने रंजीत पर उसकी हत्या का आरोप लगा दिया। बिना पूरी जांच किए पुलिस ने रंजीत को गिरफ्तार कर लिया और मामले में चार्जशीट भी दाखिल कर दी। चार महीने से रंजीत जेल में था, जबकि उसके परिवार वाले लगातार गुंजा को ढूंढने में लगे हुए थे।
आखिरकार, गुंजा नोएडा में अपने बॉयफ्रेंड के साथ घूमती हुई मिली। रंजीत के परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया। हैरानी की बात यह है कि चार्जशीट दाखिल करने से पहले मोतिहारी पुलिस ने न तो गुंजा की लाश खोजने की कोशिश की और न ही सीसीटीवी फुटेज को आधार बनाकर सही दिशा में जांच की।
अगर यह सच सामने न आता और मामला ट्रायल में पहुंच जाता, तो रंजीत को आजीवन कारावास तक की सजा हो सकती थी। यह मामला पुलिस जांच और कानून व्यवस्था पर बड़े सवाल खड़े करता है।







